श्रीनगर: जनपद के ग्रामीण इलाकों में गुलदार का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. देवप्रयाग के तुगड़ी गांव में गुलदार ने घर में घुसकर एक महिला पर हमला कर दिया. महिला के शोर मचाने पर घर और आसपास मौजूद लोगों ने गुलदार को किसी तरह भगाया. गुलदार के हमले से महिला के सिर में गंभीर चोट आई है.
जानकारी मिली है कि तुगड़ी गांव में 59 साल की महिला पर तब हमला किया जब महिला रात के वक्त गहरी नींद में सोई हुई थी. महिला ने घर के दरवाजे खुले रखे हुए थे, इसी का फायदा उठाके गुलदार ने महिला पर हमला कर दिया. घायल महिला को देवप्रयाग के अस्पताल भर्ती कराया गया है. तुगड़ी गांव में हुई इस घटना से ग्रामीणों में दहशत तो है ही, साथ ही आक्रोश भी है. ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची है.
देवप्रयाग के रेंजर देवेंद्र सिंह पुंडीर का कहना है कि क्षेत्र में दो जगह देवप्रयाग ओर हिसराखाल में गुलदार देखा जा रहा है. उन्होंने बताया कि आदमखोर गुलदार को पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं.
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गुलदार ने एक महिला को बनाया था निवाला
बता दें, तुगड़ी गांव में यह घटना पहली नहीं है. बीते 7 अगस्त को एक महिला दुर्गा देवी पर भी गुलदार ने हमला किया था. गुलदार महिला को घसीटते हुए झाड़ियों तक ले गया था. इस घटना की जानकारी जैसे ही स्थानीय लोगों को मिली तो लोग महिला को बचाने के लिए दौड़े, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी और महिला की मौत हो गई थी. इससे पहले भी गुलदार एक व्यक्ति पर हमला कर चुका है.
मलेथा में वन दरोगा समेत चार लोगों पर किया था हमला
15 अगस्त के दिन मलेथा गांव में गुलदार ने दिनदहाड़े हमला कर दिया था. उस समय लोग रास्ते का काम कर रहे थे. हमले में तीन लोग घायल हो गए थे. जिसके बाद उन्होंने इसकी सूचना वन विभाग को दी. सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने गुलदार की खोजबीन शुरू की, जहां गुलदार ने वन दरोगा डीएस भंडारी पर भी हमला कर दिया.
कांडा गांव में पिंजरे में कैद हो चुका एक हमलावर गुलदार
13 अगस्त को देवप्रयाग के कांडा गांव में आतंक का पर्याय बना गुलदार पिंजरे में कैद कर लिया गया था. ये गुलदार अब तक 3 लोगों पर हमला कर चुका था. गुलदार के पिंजरे में कैद होने के बाद इलाके के लोगों ने राहत की सांस ली. यह गुलदार माणिक नाथ रेंज में मिला था. इस गुलदार की उम्र 2 से ढाई साल थी.