ETV Bharat / state

NIT उत्तराखंड के अस्थाई कैंपस का 60 प्रतिशत निर्माण कार्य हुआ पूरा, स्थायी परिसर के लिये भी मिली क्लीयरेंस

एनआईटी (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) उत्तराखंड के स्थायी कैंपस का काम भी शुरू हो गया है. एनआईटी उत्तराखंड के स्थायी परिसर बनाने के लिए एनबीसीसी के साथ एनआईटी उत्तराखंड का एमओयू साइन हो चुका है. एनबीसीसी को एनआईटी की निर्माण एजेंसी बनाया गया है.

NIT Uttarakhand
NIT उत्तराखंड
author img

By

Published : Feb 23, 2022, 7:41 PM IST

Updated : Feb 23, 2022, 8:11 PM IST

श्रीनगर: आखिरकार लंबी जद्दोजहद के बाद एनआईटी (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) उत्तराखंड की अस्थाई बिल्डिंग के निर्माण का काम भी 60 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. वहीं, एनआईटी उत्तराखंड की स्थायी बिल्डिंग के निर्माण कार्य की कागजी कार्रवाई भी शुरू हो गई है. एनआईटी उत्तराखंड के स्थायी परिसर बनाने के लिए एनबीसीसी के साथ एनआईटी उत्तराखंड का एमओयू साइन हो चुका है. एनबीसीसी को एनआईटी की निर्माण एजेंसी बनाया गया है.

पौड़ी जिले के श्रीनगर गढ़वाल में रेशम विभाग की भूमि पर एनआईटी उत्तराखंड का अस्थाई कैंपस बन रहा है, जिसका निर्माण कार्य 60 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है. अस्थाई कैंपस का हॉस्टल और डाइनिंग ब्लॉक बनकर तैयार हो चुका है. वहीं ए, बी और डी ब्लॉक बनाए जा रहे हैं. अभीतक 37.72 करोड़ रुपये का बजट खर्च हो चुका है. वहीं, अस्थाई कैंपस के सेकंड फेज के कामों के लिए 50 करोड़ रुपए का बजट खर्च किया जाना है. इसे ब्लॉक सी नाम दिया गया है.

NIT उत्तराखंड के अस्थाई कैंपस का 60 प्रतिशत निर्माण कार्य हुआ पूरा.

पढ़ें- उत्तराखंड के सरकारी स्कूलों से बच्चों का भोह भंग, घटी छात्र संख्या, पहाड़ी जिलों में स्थिति चिंताजनक

इसके साथ-साथ सुमाड़ी में बनने वाले एनआईटी उत्तराखंड के स्थाई कैंपस को लेकर भी काम शुरू हो चुका है. निर्माण सम्बन्धी ड्रॉइंग एनआईटी को मिल चुकी है. मास्टर प्लान भी एनआईटी को प्राप्त हो चुका है. पहले चरण में 60 एकड़ भूमि पर निर्माण कार्य होना है.

एनआईटी के निदेशक प्रो. ललित कुमार अवस्थी ने बताया कि सुमाड़ी में बनाये जा रहे स्थायी कैंपस के लिए 60 एकड़ जमीन को निर्माण के लायक बनाया जा रहा है. इस कैंपस को 1,260 छात्र-छात्राओं और फैकल्टी के लिए तैयार किया जा रहा है. इसके लिए एनबीसीसी के साथ करार किया जा चुका है. एनबीसीसी ही स्थायी कैंपस के लिए निर्माण एजेंसी होगी. अस्थाई कैंपस का निर्माण कार्य 6 महीने के अंदर पूरा हो जाएगा.

श्रीनगर: आखिरकार लंबी जद्दोजहद के बाद एनआईटी (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) उत्तराखंड की अस्थाई बिल्डिंग के निर्माण का काम भी 60 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. वहीं, एनआईटी उत्तराखंड की स्थायी बिल्डिंग के निर्माण कार्य की कागजी कार्रवाई भी शुरू हो गई है. एनआईटी उत्तराखंड के स्थायी परिसर बनाने के लिए एनबीसीसी के साथ एनआईटी उत्तराखंड का एमओयू साइन हो चुका है. एनबीसीसी को एनआईटी की निर्माण एजेंसी बनाया गया है.

पौड़ी जिले के श्रीनगर गढ़वाल में रेशम विभाग की भूमि पर एनआईटी उत्तराखंड का अस्थाई कैंपस बन रहा है, जिसका निर्माण कार्य 60 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है. अस्थाई कैंपस का हॉस्टल और डाइनिंग ब्लॉक बनकर तैयार हो चुका है. वहीं ए, बी और डी ब्लॉक बनाए जा रहे हैं. अभीतक 37.72 करोड़ रुपये का बजट खर्च हो चुका है. वहीं, अस्थाई कैंपस के सेकंड फेज के कामों के लिए 50 करोड़ रुपए का बजट खर्च किया जाना है. इसे ब्लॉक सी नाम दिया गया है.

NIT उत्तराखंड के अस्थाई कैंपस का 60 प्रतिशत निर्माण कार्य हुआ पूरा.

पढ़ें- उत्तराखंड के सरकारी स्कूलों से बच्चों का भोह भंग, घटी छात्र संख्या, पहाड़ी जिलों में स्थिति चिंताजनक

इसके साथ-साथ सुमाड़ी में बनने वाले एनआईटी उत्तराखंड के स्थाई कैंपस को लेकर भी काम शुरू हो चुका है. निर्माण सम्बन्धी ड्रॉइंग एनआईटी को मिल चुकी है. मास्टर प्लान भी एनआईटी को प्राप्त हो चुका है. पहले चरण में 60 एकड़ भूमि पर निर्माण कार्य होना है.

एनआईटी के निदेशक प्रो. ललित कुमार अवस्थी ने बताया कि सुमाड़ी में बनाये जा रहे स्थायी कैंपस के लिए 60 एकड़ जमीन को निर्माण के लायक बनाया जा रहा है. इस कैंपस को 1,260 छात्र-छात्राओं और फैकल्टी के लिए तैयार किया जा रहा है. इसके लिए एनबीसीसी के साथ करार किया जा चुका है. एनबीसीसी ही स्थायी कैंपस के लिए निर्माण एजेंसी होगी. अस्थाई कैंपस का निर्माण कार्य 6 महीने के अंदर पूरा हो जाएगा.

Last Updated : Feb 23, 2022, 8:11 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.