श्रीनगर: उत्तराखंड में भारी बारिश (Uttarakhand heavy rain) से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और कई मार्ग भूस्खलन से बाधित हैं. जिस कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं देवप्रयाग के पंत गांव में बारिश (srinagar heavy rain) से नेशनल हाईवे-58 का 50 मीटर हिस्सा धंस गया. विभाग की मानें तो सड़कों के किनारे विद्युत पोल लगाने के दौरान किए गए गड्ढों में पानी जमा होने के कारण मार्ग धंसा है.
गौर हो प्रदेश के साथ ही जनपद में बारिश का दौर जारी है. भारी बारिश आफत बनकर टूट रही है. वहीं बारिश से नदी-नाले उफान पर बह रहे हैं. कई मार्गों पर लगातार भूस्खलन हो रहा है. जिस कारण लोगों की पेरशानियां बढ़ गई हैं. वहीं देवप्रयाग के पंत गांव में नेशनल हाईवे-58 का 50 मीटर हिस्सा धंस गया. विभाग की मानें तो सड़कों के किनारे पोल लगाने के दौरान किए गए गड्ढों में पानी जमा होने के कारण मार्ग धंसा है. पूरे मामले पर लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता बीएन द्विवेदी ने बताया कि पैच निर्माण की जिम्मेदारी सीडीएस कंपनी को दी गयी है, जो सड़क टूटने के बाद इसकी फिर से मरम्मत कार्य करेगा. उन्होंने कहा कि मार्ग धंसने से यातायात बाधित नहीं होने दिया जाएगा.
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विकासनगर तारली खड्ड में यातायात बहाल: साहिया क्वानू मीनस मोटर मार्ग पर सुबह अचानक तारली खड्ड के पास से पहाड़ी से भूस्खलन होने लगा. मार्ग पर बोल्डर गिरने से ग्रामीण क्षेत्रों से नकदी फसलों से भरे वाहनों को करीब एक घंटे तक मार्ग खुलने का इंतजार करना पड़ा. सूचना पर लोनिवि द्वारा मौके पर जेसीबी मशीन को भेजा गया, करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद मार्ग पर आवाजाही सुचारू की गई. बता दें कि हर साल तारली खड्ड के पास बरसात के दिनों मे भूस्खलन होता रहता है, जबकि विभाग द्वारा भूस्खलन रोकने के लिए आरसीसी के ब्लॉक व तारजाली भी लगाए गए हैं. लोनिवि के अधिशासी अभियंता प्रत्यूष कुमार ने बताया कि जेसीबी लगाई गई है, रोड से बोल्डर हटावा दिया गया है. लोगों को परेशानी नहीं होने दी जाएगी.