पौड़ी: भारी बारिश भी शिवभक्तों के जोश और उत्साह को डिगा नहीं पा रही है. मौसम विभाग द्वारा रेड अलर्ट जारी करने के बावजूद भी इन दिनों जिले के नीलकंठ मंदिर में एक सप्ताह के अंदर 21 लाख से अधिक कांवड़ियों ने आदिदेव महादेव का जलाभिषेक कर उनके दर्शन किए हैं. मंदिर में बीते बुधवार को 5 लाख से अधिक कांवड़िए नीलकंठ पहुंचे हैं. कांवड़ियों की भारी संख्या में पहुंचने के चलते पौड़ी पुलिस प्रशासन के लिए कानून व्यवस्था बनाए रखना चुनौती पूर्ण बना हुआ है. इसके बावजूद उत्तराखंड पुलिस यात्रा में सराहनीय कार्य कर रही है.
भारी बरसात और कांवड़ यात्रा में बढ़ती श्रद्धालुओं की भीड़ के चलते एसएसपी श्वेता चौबे अपनी टीम के साथ संवेदनशील स्थानों पर नियमित रूप से चेकिंग और कानून व्यवस्था बनाने के लिए मित्र पुलिस के रूप में भी कार्य कर रही हैं. कांवड़ मेले के संवेदनशील स्थान पशुलोक बैराज, मौनी बाबा चैराहा, रामझूला, जानकीपुल, गरुड़चट्टी, परमार्थ घाट, वानप्रस्थ घाट, पीपलकोटी और नीलकंठ आदि जगहों पर पुलिस संदिग्धों पर पैनी नजर रखे हुए है.
एसएसपी श्वेता चौबे ने भारी भीड़ होने के चलते यातायात व्यवस्था और नीलकंठ मंदिर परिसर में भीड़ नियत्रंण व्यवस्था संभालने के सख्त निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि भारी बारिश के साथ ही लाखों की संख्या में शिवभक्त, जलाभिषेक के लिए नीलकंठ आ रहे हैं. साथ ही डाक कांवड़ियों की संख्या भी निरंतर बढ़ती जा रही है. जिसके चलते यातायात को सुचारू रूप से चलाना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है.
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एसएसपी ने कहा कि पुलिस कर्मी भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में लगातार पत्थर गिरने और मलबा आने की स्थिति में लाउड हेलर और पीए सिस्टम की मदद से कांवड़ियों को सूचित करें. साथ ही नदी किनारे और घाटों पर भी पुलिस की पैनी नजर रहेगी. इन स्थानों पर पुलिस कांवड़ियों को स्नान आदि के दौरान विशेष रूप से सावधानी बरतने के लिए सचेत करती रहेगी. एसएसपी ने मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों को देखते हुए सभी कांवड़ियों से मौसम का अपडेट लेने के बाद ही यात्रा सुचारू करने की अपील की है.
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