हल्द्वानी: अशोक लेलैंड से निकाले गए 300 युवाओं ने नंगे पैर बुद्धा पार्क से हीरा नगर गोल्ज्यू मंदिर तक पदयात्रा निकाली. जिसके बाद सभी ने गोल्ज्यू मंदिर में न्याय की गुहार लगाई. पिछले 20 दिनों से हल्द्वानी के बुद्धा पार्क में धरने पर बैठे युवाओं का कहना है कि उनके द्वारा उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा डिप्लोमा कोर्स किया गया. जिसे अशोक लेलैंड कंपनी ने करवाया था. उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय उनके डिप्लोमा कोर्स को यूजीसी से मान्यता नहीं दिला पाया, लिहाजा अशोक लेलैंड ने भी युवाओं को फर्जी डिप्लोमा कहकर बाहर कर दिया.
प्रदर्शन कर रहे बेरोजगारों का कहना उत्तराखंड सरकार के उपक्रम द्वारा हमको डिप्लोमा कराया गया. अशोक लेलैंड कंपनी ने प्रशिक्षण दिया. उसके बावजूद आज हम सब बेरोजगार हैं. न तो सरकार ने उनकी डिग्री और डिप्लोमा को यूजीसी से मान्यता दिलाई और न ही अशोक लेलैंड ने उन्हें स्थाई रोजगार दिया. ऐसे में अपने जीवन के 9 साल बर्बाद करने के बाद आज वह किसी भी रोजगार करने योग्य नहीं हैं.
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उन्होंने कहा अशोक लेलैंड और ओपन यूनिवर्सिटी के बीच छात्रों के बीच समझौते के तहत डिप्लोमा कोर्स कराया गया, लेकिन कंपनी अब डिप्लोमा कोर्स को फर्जी करार देते हुए उनको बाहर का रास्ता दिखा दिया है. यही, नहीं ओपन यूनिवर्सिटी ने इस डिप्लोमा को 2019 में बंद कर दिया है. ऐसे में उनके डिप्लोमा को किसी भी कंपनी में मान्य नहीं है. जिसके चलते उनके आगे अब संकट खड़ा हो गया है. बेरोजगारों ने उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी और सरकार से पूरे मामले में हस्तक्षेप कर उनको फिर से नौकरी में बहाल करने की मांग की है.