नैनीताल: नैनीताल आने वाले पर्यटक अब नैनीताल के ताकुला से ब्रह्मांड के दर्शन कर सकेंगे. जिसके लिए पर्यटन विभाग ने ताकुला में एस्ट्रो विलेज का निर्माण किया है. जहां पर्यटक अपने काटेज में बैठकर ब्रह्मांड, चांद तारों के दीदार कर सकेंगे.
जिला पर्यटन अधिकारी अतुल भंडारी ने जानकारी दी और कहा कि 3 साल पहले एस्ट्रो विलेज स्थापित करने का काम शुरू किया गया था जो अब लगभग पूरा हो गया है. आने वाले सीजन में इसे पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा. एस्ट्रो विलेज में रुकने वाले पर्यटकों के लिए बेहतर ठहरने, खाने पीने समेत अन्य सुविधाओं के लिए जल्द ही टेंडर जारी किए जाएंगे.
बेड पर आराम करते हुए कॉटेज के भीतर से कर सकेगे ब्रह्मांड दर्शन: पर्यटकों को एस्ट्रो विलेज की तरफ आकर्षित किए जाने के उद्देश्य से 3 वर्ष पूर्व ताकुला गांधीग्राम क्षेत्र में एस्ट्रो विलेज निर्माण कार्य शुरू किया गया जिसमें आठ कॉटेज बनाए गए हैं. कॉटेज की छतों पर टफन ग्लास (पारदर्शी शीशा ) लगाया गया है. जिससे यहां ठहरने वाले पर्यटक रात को भीतर से भी चांद तारों से रुबरु हो सकेंगे.
पर्यटन अधिकारी अतुल भंडारी ने बताया इन आठ कॉटेज की संपत्ति का प्रति माह 62 हजार रुपये किराया निर्धारित किया गया है. हालांकि यह न्यूनतम दरें है. ओपन टेंडर आमंत्रित करने के बाद विभाग को इससे अधिक आमदनी होने की उम्मीद है.
पर्यटक गांधी मंदिर के भी कर सकेंगे दर्शन: एस्ट्रो विलेज के साथ-साथ यहां आने वाले पर्यटक गांधी मंदिर के भी दर्शन कर सकेंगे. पर्यटन विभाग में ताकुला क्षेत्र में गांधी मंदिर को भी विकसित किया गया है. गांधी मंदिर का अपना अनूठा इतिहास रहा है.
कहा जाता है ताकुला स्थित गांधी मंदिर का निर्माण आजादी के दौरान स्वयं महात्मा गांधी ने किया था. इतना ही नहीं महात्मा गांधी ने गांधीग्राम में गांधी आश्रम की नींव खुद अपने हाथों से रखी और जब भी महात्मा गांधी आजादी के दौरान नैनीताल या कुमाऊं के भ्रमण पर आते तो इसी मंदिर पर आकर रुकते. हालांकि बीते कुछ वर्षों तक गांधी मंदिर बदहाल स्थिति में था जिसे अब पर्यटन विभाग द्वारा विकसित किया गया है ताकि यहां आने वाले पर्यटक ऐतिहासिक गांधी मंदिर का इतिहास जान सके.
ये भी पढ़ें- स्टारगेजिंग के शौकीनों के लिए खुशखबरी, मसूरी जॉर्ज एवरेस्ट पर भारत की पहली ‘नक्षत्र सभा’ का शुभारंभ
ये भी पढ़ें- उत्तराखंड में लॉन्च होगा भारत का पहला एस्ट्रो टूरिज्म कैंपेन, पहाड़ों से होगी अनंत आकाश की सैर