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तहसीलदार के फर्जी डिजिटल सिग्नेचर से बना डाले आय प्रमाण पत्र! दो लोगों के खिलाफ तहरीर दर्ज - FAKE TEHSILDAR DIGITAL SIGNATURE

'नंदा गौरा योजना' का लाभ लेने के लिए बना डाले फर्जी आय प्रमाण पत्र, तहसीलदार के फर्जी डिजिटल सिग्नेचर किए, दो लोगों के खिलाफ केस

Tehsildar Kuldeep Pandey
तहसील कार्यालय रामनगर (फोटो- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Feb 17, 2025, 4:15 PM IST

Updated : Feb 17, 2025, 4:35 PM IST

रामनगर: नैनीताल जिले के रामनगर में 'नंदा गौरा योजना' का लाभ लेने के लिए फर्जी आय प्रमाण पत्र बनाने का मामला सामने आया है. आरोपियों ने इसके लिए तहसीलदार के फर्जी डिजिटल सिग्नेचर कर डाले. जिसके बाद आय प्रमाण पत्र बना डाले. अब मामले का खुलासा होने पर तहसील प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं, मामले में तहसीलदार ने दो लोगों के खिलाफ पुलिस को तहरीर सौंपी है.

'नंदा गौरा योजना' का लाभ लेने के लिए लगाए फर्जी आय प्रमाण पत्र: जानकारी के मुताबिक, रामनगर में स्थित बाल विकास परियोजना विभाग में रामनगर के दो लोगों ने 'नंदा गौरा योजना' के तहत आवेदन किया था. जिसके लिए आवेदन कर्ताओं ने सभी दस्तावेजों के साथ ही आय प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत किए थे. जिस पर रामनगर बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने आवेदकों के दिए प्रपत्रों की जांच यानी वेरीफिकेशन किया तो उन्हें कुछ शक हुआ. जिसके बाद उन्होंने इन प्रपत्रों की जांच तहसील कार्यालय रामनगर भेज दी. जिस पर तहसीलदार कुलदीप पांडे ने आवेदकों की ओर से लगाए गए आय प्रमाण पत्र की जांच की गई तो वो फर्जी निकले.

रामनगर तहसीलदार कुलदीप पांडे का बयान (वीडियो- ETV Bharat)

किसी और के क्रमांक पर बना डाले फर्जी आय प्रमाण पत्र: रामनगर तहसीलदार कुलदीप पांडे ने बताया कि मामले के तहत रामनगर के मोहल्ला खताड़ी निवासी फैजान पुत्र सगीर ने जो आय प्रमाण पत्र लगाया था, जब उस पर दर्ज क्रमांक की जांच की गई तो उस क्रमांक पर उत्तरकाशी के किसी शख्स नाम से यह आय प्रमाण पत्र जारी हुआ था. जबकि, दूसरा आवेदन मोहल्ला गूलरघट्टी निवासी लइकुर रहमान का था. इस आय प्रमाण पत्र पर दर्ज क्रमांक की जांच की गई तो पता चला कि इस क्रमांक पर से उधम सिंह नगर के एक शख्स नाम पर यह प्रमाण पत्र जारी किया गया है.

Tehsildar Kuldeep Pandey
तहसीलदार कुलदीप पांडे (फोटो- ETV Bharat)

तहसीलदार ने पुलिस को सौंपी तहरीर: तहसीलदार कुलदीप पांडे ने बताया कि जांच में दोनों ही आय प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए. इन प्रमाण पत्रों पर रामनगर तहसील के अभिलेखों के साथ छेड़छाड़ करने के साथ ही रामनगर तहसीलदार (कुलदीप पांडे) के डिजिटल हस्ताक्षर भी फर्जी तरीके से किए गए हैं. उन्होंने बताया कि इस मामले में उन्होंने संबंधित लोगों के खिलाफ कोतवाली पुलिस को तहरीर सौंपी गई है. साथ ही अन्य मामलों की भी जांच की जा रही है.

फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर सरकारी योजनाओं का लाभ लेने पर होगी कड़ी कार्रवाई: उन्होंने कहा कि यदि अन्य मामलों में भी इस प्रकार का कोई प्रकरण सामने आया तो उसमें भी कार्रवाई की जाएगी. तहसीलदार पांडे ने बताया कि फर्जी तरीके से प्रमाण पत्र बनाकर सरकारी योजनाओं का लाभ लेने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. वहीं, तहसीलदार की तहरीर पर पुलिस मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई में जुट गई है.

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'नंदा गौरा योजना' का लाभ लेने के लिए लगाए फर्जी आय प्रमाण पत्र: जानकारी के मुताबिक, रामनगर में स्थित बाल विकास परियोजना विभाग में रामनगर के दो लोगों ने 'नंदा गौरा योजना' के तहत आवेदन किया था. जिसके लिए आवेदन कर्ताओं ने सभी दस्तावेजों के साथ ही आय प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत किए थे. जिस पर रामनगर बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने आवेदकों के दिए प्रपत्रों की जांच यानी वेरीफिकेशन किया तो उन्हें कुछ शक हुआ. जिसके बाद उन्होंने इन प्रपत्रों की जांच तहसील कार्यालय रामनगर भेज दी. जिस पर तहसीलदार कुलदीप पांडे ने आवेदकों की ओर से लगाए गए आय प्रमाण पत्र की जांच की गई तो वो फर्जी निकले.

रामनगर तहसीलदार कुलदीप पांडे का बयान (वीडियो- ETV Bharat)

किसी और के क्रमांक पर बना डाले फर्जी आय प्रमाण पत्र: रामनगर तहसीलदार कुलदीप पांडे ने बताया कि मामले के तहत रामनगर के मोहल्ला खताड़ी निवासी फैजान पुत्र सगीर ने जो आय प्रमाण पत्र लगाया था, जब उस पर दर्ज क्रमांक की जांच की गई तो उस क्रमांक पर उत्तरकाशी के किसी शख्स नाम से यह आय प्रमाण पत्र जारी हुआ था. जबकि, दूसरा आवेदन मोहल्ला गूलरघट्टी निवासी लइकुर रहमान का था. इस आय प्रमाण पत्र पर दर्ज क्रमांक की जांच की गई तो पता चला कि इस क्रमांक पर से उधम सिंह नगर के एक शख्स नाम पर यह प्रमाण पत्र जारी किया गया है.

Tehsildar Kuldeep Pandey
तहसीलदार कुलदीप पांडे (फोटो- ETV Bharat)

तहसीलदार ने पुलिस को सौंपी तहरीर: तहसीलदार कुलदीप पांडे ने बताया कि जांच में दोनों ही आय प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए. इन प्रमाण पत्रों पर रामनगर तहसील के अभिलेखों के साथ छेड़छाड़ करने के साथ ही रामनगर तहसीलदार (कुलदीप पांडे) के डिजिटल हस्ताक्षर भी फर्जी तरीके से किए गए हैं. उन्होंने बताया कि इस मामले में उन्होंने संबंधित लोगों के खिलाफ कोतवाली पुलिस को तहरीर सौंपी गई है. साथ ही अन्य मामलों की भी जांच की जा रही है.

फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर सरकारी योजनाओं का लाभ लेने पर होगी कड़ी कार्रवाई: उन्होंने कहा कि यदि अन्य मामलों में भी इस प्रकार का कोई प्रकरण सामने आया तो उसमें भी कार्रवाई की जाएगी. तहसीलदार पांडे ने बताया कि फर्जी तरीके से प्रमाण पत्र बनाकर सरकारी योजनाओं का लाभ लेने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. वहीं, तहसीलदार की तहरीर पर पुलिस मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई में जुट गई है.

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Last Updated : Feb 17, 2025, 4:35 PM IST
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