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गुजरात से बस में नैनीताल पहुंचे प्रवासी युवा, पुलिस ने रोका तो पहुंच गये विधायक

गुजरात से एक बस में नैनीताल पहुंचे कुछ युवाओं को पुलिस ने बॉर्डर पर तीन घंटे रोके रखा. जिस पर स्थानीय विधायक ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है.

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Published : May 11, 2020, 10:25 PM IST

Updated : May 12, 2020, 11:21 AM IST

हल्द्वानी: एक लाख 75 हजार रुपये में बस बुक कर गुजरात से 3 दिन पहले निकले नैनीताल के युवाओं को लालकुआं कोतवाली पुलिस ने नैनीताल जनपद के बॉर्डर पर 3 घंटे तक रोके रखा. इसके बाद मौके पर पहुंचे भीमताल के विधायक राम सिंह कैड़ा बस के साथ युवकों को अपने साथ ले गये. इस दौरान उन्होंने पुलिस पर कड़ी नाराजगी जाहिर की.

पुलिस ने रोका तो पहुंच गये विधायक.
मिली जानकारी के अनुसार, बीती आठ मई को नैनीताल और चंपावत जनपद के 48 युवाओं को लेकर एक बस एक लाख 75 हजार रुपए में बुक होकर चली जो कि टनकपुर में 28 यात्रियों को छोड़ने के बाद सोमवार को नैनीताल बॉर्डर पर पहुंची. बस जैसे ही नैनीताल जनपद के बॉर्डर पर पहुंची तो लालकुआं कोतवाल सुधीर कुमार के निर्देश पर पुलिस प्रशासन ने बस को रोक दिया.

बस में सवार युवकों ने पुलिस से उन्हें जाने देने का निवेदन किया. परंतु पुलिस का कहना था कि उनके पास नैनीताल जनपद में घुसने की अनुमति नहीं है. जिसके चलते उन्हें नैनीताल जनपद के भीतर नहीं जाने दिया जा सकता है. जिसके बाद मौके पर पहुंचे भीमताल के विधायक रामसिंह कैड़ा ने पहाड़ के युवाओं को ला रही बस को रोके जाने पर कड़ी नाराजगी जाहिर की. इसके बाद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों से वार्ता की और बस को रवाना किया.

युवाओं का कहना था कि गुजरात से आनन-फानन में वह लोग थोड़ा पानी व रास्ते के लिए कुछ खाना लेकर चले थे. परंतु रास्ते में कहीं भी उन्हें कोई ढाबा या दुकान नहीं मिली. जिसके चलते अधिकांश युवाओं को भूखे रहना पड़ा. इस दौरान कोतवाल सुधीर कुमार का कहना था कि गुजरात से आई उक्त बस के पास जनपद में घुसने का अनुमति पत्र नहीं था. जिसके चलते उन्होंने बस को रोका था.

पढ़े: कोविड-19: पुलिस के फर्ज को बयां करता 'जज्बा' गीत, CM ने किया विमोचन, जुबिन ने दी है आवाज

विधायक रामसिंह कैड़ा ने कोतवाल पर गुजरात से आए युवाओं से अभद्रता का आरोप लगाते हुए कहा कि 3 दिन पूर्व गुजरात से चले उक्त युवाओं को रास्ते में दिल्ली और उत्तर प्रदेश की पुलिस ने नहीं रोका. क्योंकि उक्त युवा रास्ते में ढाबे एवं रेस्टोरेंट बंद होने के चलते भूखे प्यासे आ रहे थे.

विधायक ने आरोप लगाया कि बस में सवार युवाओं को कोतवाल ने धमकाते हुए कहा कि वह उक्त बस को वापस गुजरात भेज देंगे. जबकि गुजरात से अपने घर को चले युवाओं ने इधर-उधर से पैसे का इंतजाम कर 1 लाख 75 हजार रुपए में बस बुक की और अपने घर को रवाना हो सके. विधायक ने मामले में उच्चाधिकारियों से शिकायत करने की बात कही है.

हल्द्वानी: एक लाख 75 हजार रुपये में बस बुक कर गुजरात से 3 दिन पहले निकले नैनीताल के युवाओं को लालकुआं कोतवाली पुलिस ने नैनीताल जनपद के बॉर्डर पर 3 घंटे तक रोके रखा. इसके बाद मौके पर पहुंचे भीमताल के विधायक राम सिंह कैड़ा बस के साथ युवकों को अपने साथ ले गये. इस दौरान उन्होंने पुलिस पर कड़ी नाराजगी जाहिर की.

पुलिस ने रोका तो पहुंच गये विधायक.
मिली जानकारी के अनुसार, बीती आठ मई को नैनीताल और चंपावत जनपद के 48 युवाओं को लेकर एक बस एक लाख 75 हजार रुपए में बुक होकर चली जो कि टनकपुर में 28 यात्रियों को छोड़ने के बाद सोमवार को नैनीताल बॉर्डर पर पहुंची. बस जैसे ही नैनीताल जनपद के बॉर्डर पर पहुंची तो लालकुआं कोतवाल सुधीर कुमार के निर्देश पर पुलिस प्रशासन ने बस को रोक दिया.

बस में सवार युवकों ने पुलिस से उन्हें जाने देने का निवेदन किया. परंतु पुलिस का कहना था कि उनके पास नैनीताल जनपद में घुसने की अनुमति नहीं है. जिसके चलते उन्हें नैनीताल जनपद के भीतर नहीं जाने दिया जा सकता है. जिसके बाद मौके पर पहुंचे भीमताल के विधायक रामसिंह कैड़ा ने पहाड़ के युवाओं को ला रही बस को रोके जाने पर कड़ी नाराजगी जाहिर की. इसके बाद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों से वार्ता की और बस को रवाना किया.

युवाओं का कहना था कि गुजरात से आनन-फानन में वह लोग थोड़ा पानी व रास्ते के लिए कुछ खाना लेकर चले थे. परंतु रास्ते में कहीं भी उन्हें कोई ढाबा या दुकान नहीं मिली. जिसके चलते अधिकांश युवाओं को भूखे रहना पड़ा. इस दौरान कोतवाल सुधीर कुमार का कहना था कि गुजरात से आई उक्त बस के पास जनपद में घुसने का अनुमति पत्र नहीं था. जिसके चलते उन्होंने बस को रोका था.

पढ़े: कोविड-19: पुलिस के फर्ज को बयां करता 'जज्बा' गीत, CM ने किया विमोचन, जुबिन ने दी है आवाज

विधायक रामसिंह कैड़ा ने कोतवाल पर गुजरात से आए युवाओं से अभद्रता का आरोप लगाते हुए कहा कि 3 दिन पूर्व गुजरात से चले उक्त युवाओं को रास्ते में दिल्ली और उत्तर प्रदेश की पुलिस ने नहीं रोका. क्योंकि उक्त युवा रास्ते में ढाबे एवं रेस्टोरेंट बंद होने के चलते भूखे प्यासे आ रहे थे.

विधायक ने आरोप लगाया कि बस में सवार युवाओं को कोतवाल ने धमकाते हुए कहा कि वह उक्त बस को वापस गुजरात भेज देंगे. जबकि गुजरात से अपने घर को चले युवाओं ने इधर-उधर से पैसे का इंतजाम कर 1 लाख 75 हजार रुपए में बस बुक की और अपने घर को रवाना हो सके. विधायक ने मामले में उच्चाधिकारियों से शिकायत करने की बात कही है.

Last Updated : May 12, 2020, 11:21 AM IST
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