हल्द्वानी/उत्तरकाशी: काठगोदाम लालकुआं रेलवे ट्रैक पर ट्रेन से कटकर एक युवक की जान चली गई. घटना की सूचना मिलते ही रेलवे और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. बताया जा रहा है कि युवक मजदूरी करता था. जो काठगोदाम से दिल्ली जा रहे जनशताब्दी ट्रेन की चपेट आ गया. जिससे उसकी मौत हो गई. वहीं, उत्तरकाशी में घास लेने गई महिला पहाड़ी से गिर गई. जिससे उसकी मौत हो गई.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, युवक काठगोदाम लालकुआं रेलवे ट्रैक पर बैठा हुआ था. तभी काठगोदाम-दिल्ली शताब्दी ट्रेन आ गई. ट्रेन दूर से हॉर्न बजाकर आ रही थी, लेकिन युवक रेलवे ट्रैक से नहीं उठा. ट्रेन की स्पीड काफी ज्यादा थी. बताया जा रहा है कि ड्राइवर ने ट्रेन को रोकने की भी कोशिश की, लेकिन युवक ट्रेन के चपेट में आ गया. ट्रेन युवक को काफी दूर तक घसीट कर ले गई. हालांकि, आगे जाकर ट्रेन रुक गई.
ये भी पढ़ेंः लक्सर में ट्रेन से कटकर एक की मौत, दूसरे को सांप ने काटा
वहीं, हादसे के बाद ट्रेन काफी देर तक मौके पर ही खड़ी रही. जिसके बाद ट्रेन को रवाना किया गया. फिलहाल, पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. घटना के बाद मौके पर युवक के परिजन भी पहुंच गए थे. युवक की पहचान बनभूलपुरा क्षेत्र के मजदूर के रूप में की गई है. पुलिस की मानें तो युवक आस पास के क्षेत्र में मजदूरी का काम करता था.
बता दें कि हल्द्वानी रेलवे स्टेशन से लगे रेलवे ट्रैक पर अक्सर लोग घूमते रहते हैं. इसके अलावा कई युवा रेलवे ट्रैक पर बैठकर सेल्फी भी खींचते नजर आते हैं. जिसकी वजह से हादसे की आशंकाएं बढ़ जाती हैं. इससे पहले भी इस जगह पर कई हादसे हो चुके हैं. इसके बावजूद भी लोग अपनी जान जोखिम में डालकर टैक पर बैठते हैं. साथ ही सेल्फी लेते हैं. अब एक बार फिर से इस हादसे से रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
उत्तरकाशी में पहाड़ी से गिरकर महिला की मौतः उत्तरकाशी में मनेरा दिलसौड़ मोटर मार्ग के पास जंगल से घास लेने गई एक महिला की पहाड़ी से गिरकर गंभीर घायल हो गई. परिजनों ने महिला को आनन-फानन में जिला अस्पताल उत्तरकाशी पहुंचाया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
जानकारी के मुताबिक, आज सुबह करीब 10 बजे दिलसौड़ हाल मनेरा निवासी शीला देवी पत्नी राजू महर (उम्र 45 वर्ष) मनेरा दिलसौड़ मोटर मार्ग के पास जंगल से घास लेने गई थी. जहां पैर फिसलने के कारण खड़ी पहाड़ी से सीधे मनेरा दिलसौड़ मोटर मार्ग पर आ गिरी. घटना का पता करीब 11 बजे तब चला, जब एक युवती ने शीला देवी को सड़क किनारे लहूलुहान देखा. उसने इसकी सूचना तत्काल परिजनों को दी.
सूचना पर परिजन शीला देवी को अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. राजू महर के परिवार में बड़े बेटे प्रवेश की अक्टूबर महीने में शादी तय थी. पूरा परिवार जोर शोर से शादी की तैयारियों में लगा हुआ था, लेकिन उनकी पत्नी की मौत से शादी की खुशी भी मातम बदल गई. वहीं, आकस्मिक मौत से पूरे दिलसौड़ गांव समेत मनेरा क्षेत्र में शोक की लहर है.