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क्वारंटाइन सेंटर की अव्यवस्था के खिलाफ युवाओं ने किया हंगामा

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Published : Mar 10, 2021, 3:04 PM IST

ग्राम कानियां में क्वारंटीन किए गए युवकों ने क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्थाओं को लेकर प्रशासन के खिलाफ जमकर हंगामा किया. सेना भर्ती में जाने के लिए युवाओं ने आरटीपीसीआर टेस्ट कराने की मांग की है.

ramnagar
क्वारंटाइन सेंटर

रामनगर: ग्राम कानियां में क्वारंटीन किए गए युवकों ने क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्थाओं को लेकर प्रशासन के खिलाफ जमकर हंगामा किया. जिसके चलते युवाओं का सैंपल लेने गई स्वास्थ्य विभाग की टीम को बैरंग वापस लौटना पड़ा.

बता दें कि, वर्तमान में रानीखेत में सेना की भर्ती चल रही है. सेना भर्ती में जाने के लिए युवाओं को अपना कोरोना टेस्ट करवाना अनिवार्य है. टेस्ट के दौरान कई युवाओं की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. जिनको प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ग्राम कानियां में बने क्वारंटाइन सेंटर में क्वारंटीन किया है.

नोडल अधिकारी डॉ प्रशांत कौशिक ने बताया कि इस सेंटर में 72 युवाओं को रखा गया था. यह सभी सेना में भर्ती होने की तैयारी के लिए आए हुए थे. मंगलवार को इस सेंटर में ठहरे युवाओं ने प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे खाने व पानी पर कई सवाल खड़े करते हुए आरोप लगाया कि उन्हें कीड़े युक्त पानी उपलब्ध कराया जा रहा है . साथ ही भोजन की गुणवत्ता भी ठीक नहीं है. वहीं कई युवाओं ने यह भी आरोप लगाया कि यहां तैनात कर्मचारियों द्वारा उनके साथ गाली-गलौज करने के साथ ही अभद्रता भी की जा रही है. इन सभी व्यवस्थाओं के खिलाफ युवाओं ने इस सेंटर में हंगामा शुरू कर दिया और धरना दे दिया. सूचना पर एसडीएम विजय नाथ शुक्ल, सीओ बलजीत सिंह भाकुनी, कोतवाल अबुल कलाम, नोडल अधिकारी डॉ प्रशांत कौशिक, जोनल मजिस्ट्रेट केसी उनियाल, नितेश्वर आनंद मौके पर पहुंचे और उन्होंने हंगामा कर रहे युवाओं को समझाया.

पढ़ें: 10 महीने का कार्यकाल और पहाड़ जैसी चुनौतियां, आसान नहीं है तीरथ की राह

एसडीएम ने इनको समझाते हुए खाने की व्यवस्था की गुणवत्ता अच्छी करने के साथ ही साफ पेयजल उपलब्ध कराने का आश्वासन देते हुए व्यवस्थाएं दुरुस्त करने की बात कही. लेकिन युवाओं ने कर्मचारियों पर भी कई गंभीर आरोप लगाए. इसके साथ ही युवाओं का सैंपल लेने को स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची तो युवाओं ने अपनी जांच कराने से मना कर दिया. जिसके बाद टीम को वापस लौटना पड़ा. वहीं सूचना पर मौके पर पहुंचे ज्योष्ट ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी ने बताया कि इस सेंटर से कई युवाओं ने उन्हें भी फोन कर जानकारी दी कि उनके साथ गाली-गलौज व अभद्रता की जा रही है. उन्हें भोजन भी सही से नहीं दिया जा रहा है. कर्मचारियों द्वारा उनके साथ गाली-गलौज भी की जा रही है. उन्होंने प्रशासन द्वारा की जा रही कार्रवाई पर नाराजगी जताते हुए कहा कि उन्होंने पूर्व में भी एसडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए सेना में भर्ती के लिए जाने वाले युवाओं का रैपिड टेस्ट के बदले आरटी पीसीआर टेस्ट कराने की मांग की थी.

रामनगर: ग्राम कानियां में क्वारंटीन किए गए युवकों ने क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्थाओं को लेकर प्रशासन के खिलाफ जमकर हंगामा किया. जिसके चलते युवाओं का सैंपल लेने गई स्वास्थ्य विभाग की टीम को बैरंग वापस लौटना पड़ा.

बता दें कि, वर्तमान में रानीखेत में सेना की भर्ती चल रही है. सेना भर्ती में जाने के लिए युवाओं को अपना कोरोना टेस्ट करवाना अनिवार्य है. टेस्ट के दौरान कई युवाओं की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. जिनको प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ग्राम कानियां में बने क्वारंटाइन सेंटर में क्वारंटीन किया है.

नोडल अधिकारी डॉ प्रशांत कौशिक ने बताया कि इस सेंटर में 72 युवाओं को रखा गया था. यह सभी सेना में भर्ती होने की तैयारी के लिए आए हुए थे. मंगलवार को इस सेंटर में ठहरे युवाओं ने प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे खाने व पानी पर कई सवाल खड़े करते हुए आरोप लगाया कि उन्हें कीड़े युक्त पानी उपलब्ध कराया जा रहा है . साथ ही भोजन की गुणवत्ता भी ठीक नहीं है. वहीं कई युवाओं ने यह भी आरोप लगाया कि यहां तैनात कर्मचारियों द्वारा उनके साथ गाली-गलौज करने के साथ ही अभद्रता भी की जा रही है. इन सभी व्यवस्थाओं के खिलाफ युवाओं ने इस सेंटर में हंगामा शुरू कर दिया और धरना दे दिया. सूचना पर एसडीएम विजय नाथ शुक्ल, सीओ बलजीत सिंह भाकुनी, कोतवाल अबुल कलाम, नोडल अधिकारी डॉ प्रशांत कौशिक, जोनल मजिस्ट्रेट केसी उनियाल, नितेश्वर आनंद मौके पर पहुंचे और उन्होंने हंगामा कर रहे युवाओं को समझाया.

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एसडीएम ने इनको समझाते हुए खाने की व्यवस्था की गुणवत्ता अच्छी करने के साथ ही साफ पेयजल उपलब्ध कराने का आश्वासन देते हुए व्यवस्थाएं दुरुस्त करने की बात कही. लेकिन युवाओं ने कर्मचारियों पर भी कई गंभीर आरोप लगाए. इसके साथ ही युवाओं का सैंपल लेने को स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची तो युवाओं ने अपनी जांच कराने से मना कर दिया. जिसके बाद टीम को वापस लौटना पड़ा. वहीं सूचना पर मौके पर पहुंचे ज्योष्ट ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी ने बताया कि इस सेंटर से कई युवाओं ने उन्हें भी फोन कर जानकारी दी कि उनके साथ गाली-गलौज व अभद्रता की जा रही है. उन्हें भोजन भी सही से नहीं दिया जा रहा है. कर्मचारियों द्वारा उनके साथ गाली-गलौज भी की जा रही है. उन्होंने प्रशासन द्वारा की जा रही कार्रवाई पर नाराजगी जताते हुए कहा कि उन्होंने पूर्व में भी एसडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए सेना में भर्ती के लिए जाने वाले युवाओं का रैपिड टेस्ट के बदले आरटी पीसीआर टेस्ट कराने की मांग की थी.

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