हल्द्वानी: प्रदेश में बढ़ रहे तापमान की वजह से नैनीताल और हल्द्वानी में दही, मट्ठा और छाछ की खपत में काफी इजाफा हो गया है. शीतल पेय के बजाय लोग गर्मी से राहत पाने के लिए दही और छाछ अपना रहे हैं. पेय प्रदार्थों की बढ़ती खपत को देखते हुए आंचल डेरी अन्य संघों से दूध मंगाकर डिमांड पूरी कर रहा है.
देशभर में पड़ रही भीषण गर्मी की वजह से ठंडे पेय की बिक्री में काफी इजाफा हुआ है. लेकिन, सरोवर नगरी नैनीताल, हल्द्वानी आने वाले पर्यटक गर्मी से बचने के लिए शीतल पेय के बजाय तरल पेय की ओर रुख कर रहे हैं. उमस भरी गर्मी और तीखी धूप में बाहर निकलने वाले लोग दही और मट्ठे की डिमांड कर रहे हैं.
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नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के चेयरमैन मुकेश बोरा का कहना है कि दूध की बिक्री में 5%, दही में 28% और मट्ठा की बिक्री में 27% वृद्धि हुई है. उन्होंने बताया कि पहले रोजाना 3700 किलो दही की बिक्री हुआ करती थी, जो बढ़कर 5000 किलो पहुंच गयी है. मट्ठे की बिक्री 5400 लीटर होती थी, लेकिन अब 7000 लीटर मट्ठा बिक रहा है.
चेयरमैन मुकेश बोरा ने बताया कि गर्मियों में दूध का उत्पादन भी कम हो जाता है. नैनीताल दूध उत्पादन सहकारी संघ में खपत ज्यादा है. ऐसे में दूध की आवश्यकता को पूरा करने के लिए अन्य दूध संघों से दूध मंगाया जा रहा है, जिससे कि उपभोक्ताओं की आवश्यकता की पूर्ति की जा सके. इन ऑर्गेनिक पेय की खपत को बढ़ते देख आंचल डेरी ने दूध, दही, मट्ठा सबके उत्पादन में वृद्धि करने का फैसला लिया है. इनके अलावा बाजारों में जूस, गन्ने का रस, शिकंजी की ब्रिकी भी खूब हो रही है.