हल्द्वानी: उत्तराखंड में दायित्व को लेकर अक्सर सियासत होती रहती है. वहीं उत्तराखंड में दायित्व (Responsibility of BJP leaders in government) की आस लगाए बैठे भाजपाइयों की जल्द मुराद पूरी होने वाली है. सरकार में विभिन्न प्राधिकरणों, निगमों व आयोगों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के रूप में सौंपे जाने वाले मंत्री पद के समक्ष दायित्वों को लेकर भाजपा संगठन स्तर पर कसरत शुरू हो गई है. जिसको लेकर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य (Leader of Opposition Yashpal Arya) ने सरकार पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि कर्ज लेकर प्रदेश सरकार विकास की बात कर रही है, ऐसे में दायित्व धारियों का बंटवारा होता है तो सरकार और जनता पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा.
प्रदेश में भाजपा सरकार (Uttarakhand BJP Government) द्वारा दायित्व बंटवारे को लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गई है. ऐसे में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने दायित्व बंटवारे से पहले सवाल खड़े किए हैं. नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि बीजेपी सरकार की दायित्व बंटवारा करना आंतरिक मामला है, लेकिन लेकिन प्रदेश सरकार पूरी तरह से कर्ज में डूबी हुई है. सरकार की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से कमजोर हो चुकी है. सरकार लगातार कर्ज लेकर विकास की बात कर रही है, ऐसे में दायित्व धारियों का बंटवारा होता है तो सरकार और जनता पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा.
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उन्होंने कहा कि पहले से आम जनता महंगाई से बेरोजगारी से परेशान है. ऐसे में दायित्व का बंटवारा कर आम जनता पर अतिरिक्त बोझ देने का काम होगा. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि दायित्व बंटवारे से पहले सरकार को विचार करना चाहिए कि दायित्व बंटवारे से आम जनता को क्या फायदा होगा. गौरतलब है कि प्रदेश में दायित्व बंटवारे को लेकर हलचल तेज हो गई है. ऐसे में नेता प्रतिपक्ष ने प्रदेश सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. यशपाल आर्य ने कहा कि जिस तरह से हिमाचल में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है, इसने उत्तराखंड कांग्रेस कार्यकर्ताओं में एनर्जी देने का काम किया है और कांग्रेस कार्यकर्ता अभी से निकाय और लोकसभा चुनाव में जुट गए हैं.