रामनगर: हेलंग में घस्यारी महिलाओं के उत्पीड़न के विरोध में महिला एकता मंच के कार्यकर्ताओं ने आज धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान महिलाओं ने प्रशासन और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. उन्होंने सरकार से हेलंग घटना के आरोपी अधिकारियों पर कार्रवाई करने मांग की है. साथ ही मांगे पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
रामनगर के मुख्य बाजार में महिलाओं ने हेलंग घटना के विरोध में धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान महिला एकता मंच की संयोजिका ललिता रावत ने कहा हेलंग की घटना को 3 हफ्ते से भी ज्यादा का समय बीत जाने के बावजूद भी दोषी अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर आरोपी अधिकारियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया. उन्होंने सरकार से मामले का खुलासा करने और आरोपी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश देने की मांग की हैं.
क्या है हेलंग मामला: गौर हो कि बीती 15 जुलाई को जोशीमठ के हेलंग गांव में घास लेकर आ रही कुछ घस्यारी महिलाओं से पुलिस और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवानों ने उनके बोझे को छीनने का प्रयास किया था. जिसका वीडियो जमकर वायरल हुआ. वायरल वीडियो में एक महिला रोती नजर आ रही थी. जबकि, दूसरी महिला से घास का बोझा छीनने का प्रयास किया जा रहा था.
वीडियो वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ा और प्रदेशभर में पुलिस के इस रवैये को लेकर रोष देखने को मिला. मामला वन पंचायत की भूमि से जुड़ा है. जहां पीपलकोटी विष्णुगाड़ जल विद्युत परियोजना के तहत हेलंग में सुरंग बनाने का कार्य कर रही कंपनी खेल मैदान बनाने के नाम पर डंपिंग जोन बना रही है.
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मामले में लोगों ने कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए तो पुलिस ने अपने बयान में कहा कि यहां पर खेल मैदान का निर्माण किया जा रहा है. जिस पर ग्राम सभा हेलंग की मंजूरी है. कार्यदायी संस्था टीएचडीसी की ओर से हेलंग गांव में डंपिंग यार्ड बनाया जा रहा है. जिसको बाद में खेल मैदान बनाकर ग्रामीणों के सुपुर्द कर दिया जाएगा, लेकिन हेलंग गांव के कई ग्रामीणों डंपिंग यार्ड बनाने का विरोध कर रहे हैं.
बताया जा रहा है कि इस सरकारी जमीन पर कुछ ग्रामीणों ने गौशाला बना रखी है, जिसकी वजह से वो डंपिंग यार्ड का विरोध कर रहे हैं. बीते दिनों तहसीलदार के साथ पुलिस बल मौके पर पहुंची और निर्माण कार्य का विरोध कर रहे लोगों से बातचीत कर मामला सुलझाने की कोशिश की. प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों का कहना था कि जिस हेलंग गांव की जिस भूमि पर डंपिंग यार्ड का विरोध हो रहा है, वो सरकारी भूमि है.
तहसील और पुलिस प्रशासन ने डंपिंग यार्ड निर्माण का विरोध कर रही महिलाओं को समझाने की कोशिश की, लेकिन महिलाएं अपनी जिद पर अड़ी रहीं. जिसके बाद पुलिस ने विरोध कर रहे लोगों हिरासत में लेकर जोशीमठ थाने ले गई. फिर जाकर निर्माण कार्य शुरू किया गया. उधर, मामला सीएम धामी के पास भी पहुंच गया. उन्होंने मामले में तत्काल जांच करने के आदेश दिए हैं.