रामनगर: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भले ही जनता को मूलभूत सुविधाएं देने के लाख वादे कर रहे हो, लेकिन कुछ विभाग के अधिकारी मुख्यमंत्री और सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ाकर सरकार की छवि को धूमिल करने का काम कर रहे हैं. दरअसल क्षेत्र में बने नए बाईपास पुल पर बारिश होने की वजह से भारी मात्रा में पानी भर गया है. ऐसे में स्थानीय लोगों और राहगीरों को आवाजाही में परेशानी हो रही है. साथ ही पुल से गुजरने वाले वाहनों की तेज रफ्तार से पैदल चलने वाले लोगों को भी गंदे पानी की छीटों का भी सामना करना पड़ रहा है.
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया था था लोकार्पण: कुछ वर्ष पहले रामनगर जनता की वर्षों पुरानी मांग बाईपास पुल निर्माण को लेकर करोड़ों रुपये की लागत से रामनगर में बाईपास पुल का लोकार्पण प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया था. पुल निर्माण के बाद स्थानीय जनता को राहत मिली थी, तो वहीं हल्द्वानी जाने व आने वाले लोगों को भी इसका लाभ मिला था, लेकिन गुरुवार की सुबह हुई तेज मूसलाधार बारिश ने अधिकारियों की पोल खुल दी है.
सफाई को लेकर जवाबदेही नहीं की गई तय:लोक निर्माण विभाग द्वारा पुल निर्माण के दौरान बरसाती पानी की निकासी के लिए पुल के दोनों ओर होलों का निर्माण किया गया था, लेकिन इन होलों में भरने वाली मिट्टी या अन्य गंदगी कौन साफ करेगा. इसको लेकर किसी की जवाबदेही तय नहीं की गई. जिसके परिणाम स्वरूप इस पुल में बने होल बंद होने के कारण आज बरसाती पानी भारी मात्रा में भर गया और जलभराव की स्थिति बन गई.
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समाजसेवी अतुल मेहरोत्रा ने कहा कि इस दौरान कई वाहन स्वामी देखकर भी नहीं रुके और अपने वाहनों को तेज रफ्तार से दौड़ाकर ले गए. जिससे वह भी गंदे पानी के छीटों का शिकार हुए. उन्होंने सरकार और जिम्मेदार अधिकारियों से मांग करते हुए कहा कि जनता की पैसे की कमाई के बने पुलों और सड़कों की देखभाल को लेकर सरकार को विभागों की जिम्मेदारी तय करनी चाहिए. जिससे जनता को राहत मिलेगी और उनके पैसे का भी सदुपयोग होगा.
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