हल्द्वानी: नैनीताल जिले में बारिश और भारी बर्फबारी अब मुसीबत बन गई है. जिसे लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है. जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल ने कल जिले के सभी स्कूलों को बंद रखने के आदेश दिए हैं. साथ ही हल्द्वानी को छोड़कर जिले की सभी 5 विधानसभाओं में बुजुर्ग और दिव्यांग वोटरों के लिए पोस्टल बैलेट मतदान को स्थगित कर दिया है.
जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल ने बताया कि दिव्यांग और 80 साल से ऊपर के मतदाताओं का कल से बैलेट पेपर से मतदान होना था, जिसे स्थगित कर दिया गया है. जो अब 7 फरवरी से होगा. मौसम विभाग की मानें तो अगले 24 घंटे तक भारी हिमपात और बरसात की संभावना हो सकती है. पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फ हटाने के लिए कई जेसीबी मशीनें लगाई गई हैं.
उन्होंने बताया कि विद्युत और पेयजल व्यवस्था भी कई जगह बाधित हुई है. जिसे रिस्टोर करने के लिए टीमें लगातार कार्य कर रही है. उन्होंने सभी लोगों से सावधानी बरतने की अपील की. वहीं, नैनीताल जिले में बारिश और बर्फबारी निर्वाचन के कार्यों में भी बाधा बन रहा है.
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जिला निर्वाचन अधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि बुजुर्ग और दिव्यांगों को मतदान कराने के लिए रिटर्निंग ऑफिसर के नेतृत्व में 87 टीमें गठित की गई हैं. ये टीमें जिले के सभी 6 विधानसभा क्षेत्रों में जाकर मतदान कराएंगी. उन्होंने बताया कि जिले में कुल 1,223 लोगों ने बैलट पेपर से मतदान करने के लिए आवेदन किया है. इसमें 203 दिव्यांग मतदाता शामिल हैं, जबकि बाकी 80 वर्ष से ऊपर के शामिल हैं.
उन्होंने बताया कि इन मतदाताओं की ओर से सहमति जताई गई है कि वो बैलट पेपर से मतदान करेंगे. ऐसे में उनके लिए बैलट पेपर जारी कर दिया गया है. बैलट पेपर जारी किए गए मतदाता अब किसी भी हालत में ईवीएम मशीन से मतदान नहीं कर सकेंगे. उन्होंने बताया कि जिले के भीमताल के लिए 25 टीमें, नैनीताल के लिए 25, लालकुआं के लिए 10, हल्द्वानी के लिए 10, कालाढूंगी के लिए 15 जबकि रामनगर के लिए 7 टीम तैनात की गईं हैं.
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बता दें, नैनीताल जिले में 11,014 मतदाता ऐसे हैं, जो 80 साल से ऊपर के हैं लेकिन मात्र 1020 मतदाताओं ने घर बैठे बैलट पेपर से मतदान करने पर सहमति जताई है, जबकि नैनीताल जिले में 320 मतदाता ऐसे हैं, जो दिव्यांग हैं लेकिन 203 दिव्यांग मतदाता ऐसे हैं, जिन्होंने घर बैठे बैलट पेपर से मतदान करने की सहमति जताई है.