कालाढुंगीः उत्तराखंड में पंचायत चुनाव के पहले चरण का मतदान हो गया है. अब दूसरे और तीसरे चरण की वोटिंग होनी है. जिसे लेकर मतदाताओं में खासा उत्साह भी देखने को मिल रहा है. वहीं, मतदान को लेकर हर वर्ग के लोग अपनी अलग-अलग राय रख रहे हैं. जिसमें पहली बार अपने मताधिकार करने वाले युवाओं की सोच सबसे अलग है. उनका कहना है कि जनप्रतिनिधि जातिवाद और क्षेत्रवाद से ऊपर उठकर सोचने की क्षमता रखने वाला होना चाहिए.
बता दें कि, कालाढूंगी के विकासखंड कोटाबाग में आगामी 11 अक्टूबर को दूसरे चरण में पंचायत चुनाव होने हैं. ऐसे में वोटरों की पंचायत चुनाव को लेकर अलग-अलग विचारधारा सामने आ रही हैं. जिसमें बुद्धिजीवी वर्ग और अपने मताधिकार का पहली बार प्रयोग करने वाले युवाओं का सोचना अलग-अलग हैं. युवा वर्ग का मानना है कि क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए हमेशा तत्पर रहने वाला और शिक्षित व्यक्ति को इस बार मौका दिया जाएगा.
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वहीं, पहली बार वोट डालने वाले युवाओं का कहना है कि जनप्रतिनिधि ऐसा होना चाहिए. जिसका छवि और व्यक्तित्व स्वच्छ हो. साथ ही जातिवाद और क्षेत्रवाद से ऊपर उठकर आगे की सोच रखने की क्षमता रखने वाला व्यक्ति होना चाहिए. उनका कहना है कि चुनावों के दौरान शराब का चलन को बढ़ावा दिया जा रहा है. जो एक गंभीर विषय है. जिस पर सोचने की जरूरत है.
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वहीं, कोटाबाग के समाजसेवी देवेंद्र ढौंडियाल ने बताया कि जनप्रतिनिधि ईमानदार होना चाहिए और जनता तक योजनाएं का लाभ पहुंचाए. करण बुड़ाकोटी और किरण शर्मा का कहना है कि जनप्रतिनिधि ईमानदार, शिक्षित कर्मशील होना चाहिए और जातिवाद और क्षेत्रवाद से ऊपर उठकर सोचने वाले व्यक्ति होना चाहिए.