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आजादी के बाद से इस गांव में नहीं पहुंची सड़क, डोली में बैठाकर मरीजों को पहुंचाया जाता है अस्पताल

भीमताल के दूरस्थ क्षेत्र मलुवा ताल गांव का एक विड़ियों वायरल हो रहा है. जिसमें बिमारी से जुझ रहे गांव के 70 वर्षीय बुजुर्ग जैत सिंह को अस्पताल ले जाने के लिए स्थानीय युवक डोली में लेटा कर 5 किलोमीटर उबड़ खाबड़ चढ़ाई का रास्ते पार करते हुए दिखाई दे रहे हैं. जिसके बाद से सरकार पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं.

डोली में बैठा कर मरीजों को मुख्य सड़क तक पहुंचाते ग्रामीण.
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Published : Aug 28, 2019, 10:07 PM IST

हल्द्वानी: नैनीताल जिले के भीमताल के दूरस्थ क्षेत्र मलुवा ताल गांव का एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें बिमारी से जूझ रहे गांव के 70 वर्षीय बुजुर्ग को अस्पताल ले जाने के लिए स्थानीय युवक डोली में बैठाकर उबड़-खाबड़ रास्ते पार जद्दोजहद करते हुए दिखाई दे रहे हैं. जिसके बाद 5 किलोमीटर का पैदल सफर करने के बाद 108 सेवा की मदद से बुजुर्ग को अस्पताल ले जाया जाता है. वहीं, सोशल मीडिया पर ये वीडियो वायरल होने के बाद से सरकार के स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर किये जा रहे दावों की हवा निकलती नजर आ रही है.

सोशल मिडिया पर वायरल हुआ वीडियो.

बता दें कि नैनीताल जिले के भीमताल से महज 22 किलोमीटर दूर स्थित मलुवा ताल गांव में आजादी के 73 साल बाद भी सड़क नहीं पहुंची है. जिसके चलते इस गांव के बीमार व्यक्तियों को डोली के सहारे गांव से 5 किलोमीटर दूर मौजूद सड़क तक ले जाया जाता है. बताया जा रहा है कि मलुवा ताल कि लोग पिछले कई दशक से सड़क बनाने की मांग कर रहे हैं. लेकिन सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है.

ये भी पढ़े: GMVN ने निजी हाथों में सौंपा होटल द्रोण, रखी ये बड़ी शर्तें

मामले को लेकर भीमताल विधायक राम सिंह कैड़ा ने बताया कि मलुआ ताल उनके विधानसभा क्षेत्र का दूरस्थ गांव है.आपदाग्रस्त क्षेत्र होने के चलते गांव को संवेदनशील गांव में रखा गया है. सरकार ने गांव को विस्थापन करने की बात कही थी लेकिन गांव वाले वहां से जाने को राजी नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि मामले को लेकर वो मुख्यमंत्री से मिलेंगे और मलुआ ताल गांव को सड़क से जोड़ने की अपील करेंगे.

हल्द्वानी: नैनीताल जिले के भीमताल के दूरस्थ क्षेत्र मलुवा ताल गांव का एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें बिमारी से जूझ रहे गांव के 70 वर्षीय बुजुर्ग को अस्पताल ले जाने के लिए स्थानीय युवक डोली में बैठाकर उबड़-खाबड़ रास्ते पार जद्दोजहद करते हुए दिखाई दे रहे हैं. जिसके बाद 5 किलोमीटर का पैदल सफर करने के बाद 108 सेवा की मदद से बुजुर्ग को अस्पताल ले जाया जाता है. वहीं, सोशल मीडिया पर ये वीडियो वायरल होने के बाद से सरकार के स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर किये जा रहे दावों की हवा निकलती नजर आ रही है.

सोशल मिडिया पर वायरल हुआ वीडियो.

बता दें कि नैनीताल जिले के भीमताल से महज 22 किलोमीटर दूर स्थित मलुवा ताल गांव में आजादी के 73 साल बाद भी सड़क नहीं पहुंची है. जिसके चलते इस गांव के बीमार व्यक्तियों को डोली के सहारे गांव से 5 किलोमीटर दूर मौजूद सड़क तक ले जाया जाता है. बताया जा रहा है कि मलुवा ताल कि लोग पिछले कई दशक से सड़क बनाने की मांग कर रहे हैं. लेकिन सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है.

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मामले को लेकर भीमताल विधायक राम सिंह कैड़ा ने बताया कि मलुआ ताल उनके विधानसभा क्षेत्र का दूरस्थ गांव है.आपदाग्रस्त क्षेत्र होने के चलते गांव को संवेदनशील गांव में रखा गया है. सरकार ने गांव को विस्थापन करने की बात कही थी लेकिन गांव वाले वहां से जाने को राजी नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि मामले को लेकर वो मुख्यमंत्री से मिलेंगे और मलुआ ताल गांव को सड़क से जोड़ने की अपील करेंगे.

Intro:sammry- सड़क ना होने के चलते बुजुर्ग को डोली में रखकर 5 किलोमीटर पैदल चल पहुंचाया एंबुलेंस तक ,विधायक ने कहा जल्द बनेगा उस गांव में रोड।
( इस खबर में विधायक की बाइट मोजो से उठाएं जबकि विजुअल मेल से)

एंकर- पहाड़ की सड़क व्यवस्था हो या स्वास्थ्य व्यवस्था कितनी बदहाल हो चुकी है यह किसी से नहीं छुपा है ।घर घर सड़क पहुंचाने की दावा करने वाली डबल इंजन की सरकार को आईना दिखा रहा है नैनीताल जिले के भीमताल से महज 22 किलोमीटर दूर मलुवा ताल जहां आजादी के 73 साल बाद भी सड़क नहीं है। अगर इस गांव में कोई बीमार पड़ता है तो उसको डोली में रखकर 5 किलोमीटर दूर सड़क पर लाया जाता है जहां 108 एंबुलेंस सेवा से अस्पताल पहुंचाया जाता है।


Body:ऐसा ही एक घटना नैनीताल जिले के भीमताल के दूरस्थ क्षेत्र मलुवा ताल गांव का वीडियो वायरल हो रहा है। जहां गांव के 70 वर्षीय बुजुर्ग जैत सिंह का तबीयत खराब हो गया जिसके बाद घर वालों ने उनको अस्पताल ले जाने के लिए स्थानीय युवकों की मदद लेनी पड़ी। बुजुर्ग को 108 सेवा तक पहुंचाने के लिए लकड़ी से बनी चारपाई नुमा डोली में लेटा कर 5 किलोमीटर उबड़ खाबड़ और चढ़ाई के रास्ते पार करते हुए 108 वाहन तक लाया गया। बुजुर्ग की हालत गंभीर देखते हुए परिवार वाले बरेली ले गए।
बताया जा रहा है कि मलुवा ताल कि लोग पिछले कई दशक से सड़क बनाने की मांग कर रहे हैं लेकिन इनका दर्द सुनने वाला कोई नहीं है जिसका खामियाजा इन लोगों को उठाना पड़ रहा है।


Conclusion:इस पूरे मामले में भीमताल के विधायक राम सिंह कैड़ा का कहना है कि मलुआ ताल उनके विधानसभा क्षेत्र का दूरस्थ गांव है। आपदा ग्रस्त क्षेत्र होने के चलते उस गांव को संवेदनशील गांव में रखा गया है। सरकार ने उस गांव को विस्थापन करने की बात कही थी लेकिन गांव वाले वहां से जाने को राजी नहीं है। इस बात को लेकर अब मुख्यमंत्री से मिलेंगे और गुहार लगाएंगे कि मलुआ ताल गांव में सड़क दी जाए जिससे कि वहां के गांव में रहने वाले लोगों को सड़क की सुविधा मिल सके।

बाइट - राम सिंह कैड़ा विधायक भीमताल
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