रामनगरः कॉर्बेट टाइगर रिजर्व (Corbett Tiger Reserve) के अंतर्गत पड़ने वाले गर्जिया गेट को दूसरी जगह स्थानांतरित किया जा रहा है. जिसका ढिकुली क्षेत्र के ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया है. आज ग्रामीणों ने मामले को लेकर एक बैठक आयोजित की. जिसमें ग्रामीणों ने फैसला लिया कि किसी भी सूरत में गर्जिया गेट को अन्यत्र स्थानांतरित नहीं होने दिया जाएगा. अगर पार्क प्रशासन गर्जिया गेट को स्थानांतरित करता है तो ग्रामीण उसका पुरजोर विरोध और आंदोलन करेंगे.
ढिकुली क्षेत्र के ग्रामीणों का कहना है कि खराब रास्तों का हवाला देकर गर्जिया गेट को स्थानांतरित (Garjiya Gate shift) करने की कवायद चल रही है. जिन खराब रास्तों का हवाला पार्क प्रशासन दे रहा है, उन रास्तों पर बीते दो सालों से लगातार पर्यटन गतिविधि जारी है. पार्क प्रशासन ने इन दो सालों में रास्तों का कोई भी मरम्मत कार्य नहीं कराया है. अब गेट स्थानांतरित करने की बात की जा रही है.
ग्रामीणों ने बताया कि गर्जिया गेट से स्थानीय बेरोजगार युवाओं को रोजगार (employment to youth) मिल रहा है. कई परिवारों की रोजी रोटी गर्जिया गेट से होने वाले पर्यटन से चल रहा है. अगर गेट स्थानांतरित होता है तो उनके रोजगार का जरिया छीन जाएगा. ऐसे में उन्हें रोजगार को बचाने के लिए यदि उग्र आंदोलन भी करना पड़े तो वो तैयार हैं.
वहीं, बीजेपी ग्रामीण मंडल अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह रावत (BJP Rural Mandal President Virendra Singh Rawat ) ने ग्रामीणों की मांग जायज ठहराया है. साथ ही मांगों पर पूरा समर्थन दिया है. उन्होंने कहा कि उक्त मांगों के लिए शासन प्रशासन और वन मंत्री के पास शिष्टमंडल लेकर जाया जाएगा. किसी भी स्थिति में गर्जिया गेट को स्थानांतरित नहीं होने दिया जाएगा. अगर गेट स्थानांतरित किया गया तो हम उग्र आंदोलन करेंगे.
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