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रामनगर: गांव में खुलने जा रहे स्टोन क्रशर का ग्रामीणों ने किया विरोध - Stone crusher in Kandla village

रामनगर के कंदला गांव में खुल रहे स्टोन क्रशर का ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया है. ग्रामीणों का कहना है कि अगर गांव में स्टोन क्रशर लग जाएगा तो ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.

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Published : Feb 25, 2022, 5:49 PM IST

रामनगर: कंदला गांव में खुल रहे स्टोन क्रशर का ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया है. गुस्साए ग्रामीणों ने आज रामनगर तहसील परिसर में पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीणों का कहना है कि अगर गांव में स्टोन क्रशर लग जाता है तो उनको भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. इस दौरान ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी गौरव चटवाल के नाम तहसीलदार विपिन चंद्र पंत को ज्ञापन भी सौंपा.

ग्रामीणों ने कहा कि गांव में स्टोन क्रशर खनन स्टॉक आदि बनाये जाने की कार्रवाई गतिमान है. जिस जगह पर स्टोन क्रशर लग रहा है वह गांव का एकमात्र रास्ता है, जो संकरा है. उसी रास्ते से बच्चे स्कूल जाते हैं. ऐसे में आबादी के बीचों-बीच बन रहे स्टोन क्रशर से कृषि भूमि पूर्ण रूप से नष्ट हो जाएगी. ऐसे में ग्रामीणों ने आपत्ति जताई है कि अगर स्टोन क्रशर खुलता है तो कृषि भूमि और भवन जलमग्न हो सकते हैं.

पढ़ें- यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के छात्रों की वापसी के लिए सचिवालय में बड़ी बैठक, NSA डोभाल से भी हुई बात

आंदोलन की चेतावनी: ग्रामीणों ने तहसील प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर कंदला गांव में स्टोन क्रशर खुलता है तो सभी ग्रामीण 10 मार्च के बाद आंदोलन के लिए बाध्य होंगे, जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.

रामनगर: कंदला गांव में खुल रहे स्टोन क्रशर का ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया है. गुस्साए ग्रामीणों ने आज रामनगर तहसील परिसर में पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीणों का कहना है कि अगर गांव में स्टोन क्रशर लग जाता है तो उनको भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. इस दौरान ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी गौरव चटवाल के नाम तहसीलदार विपिन चंद्र पंत को ज्ञापन भी सौंपा.

ग्रामीणों ने कहा कि गांव में स्टोन क्रशर खनन स्टॉक आदि बनाये जाने की कार्रवाई गतिमान है. जिस जगह पर स्टोन क्रशर लग रहा है वह गांव का एकमात्र रास्ता है, जो संकरा है. उसी रास्ते से बच्चे स्कूल जाते हैं. ऐसे में आबादी के बीचों-बीच बन रहे स्टोन क्रशर से कृषि भूमि पूर्ण रूप से नष्ट हो जाएगी. ऐसे में ग्रामीणों ने आपत्ति जताई है कि अगर स्टोन क्रशर खुलता है तो कृषि भूमि और भवन जलमग्न हो सकते हैं.

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आंदोलन की चेतावनी: ग्रामीणों ने तहसील प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर कंदला गांव में स्टोन क्रशर खुलता है तो सभी ग्रामीण 10 मार्च के बाद आंदोलन के लिए बाध्य होंगे, जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.

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