हल्द्वानीः सरकारी कर्मचारियों की ओर से रिश्वत लेने के मामले तो आम हैं, लेकिन पहली बार ऐसा हुआ है कि विजिलेंस ने किसी ग्राम प्रधान को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है. जी हां, विजिलेंस की टीम ने गदरपुर के गिरधरनगर के ग्राम प्रधान कविता गुम्बर को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है. आरोपी ग्राम प्रधान शौचालय निर्माण की प्रोत्साहन राशि हासिल करने वाली फाइल में साइन के एवज में 6 हजार रुपए की घूस मांग रही थी, लेकिन विजिलेंस के हत्थे चढ़ गई.
जानकारी के मुताबिक, पुलिस उपाधीक्षक विजिलेंस दीपशिखा अग्रवाल के पर्यवेक्षण में हेमचंद्र पांडे के नेतृत्व में विजिलेंस टीम ने यह कार्रवाई की है. दरअसल, कौशल कुमार निवासी गिरधरनगर, जय सैनी किशनपुर और हरिशंकर शर्मा गोपालनगर तहसील गदरपुर उधम सिंह नगर को स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत शौचालय निर्माण की प्रोत्साहन राशि मिलनी थी, लेकिन गिरधरनगर ग्राम प्रधान कविता गुम्बर ने प्रोत्साहन राशि से संबंधित फाइल में हस्ताक्षर करने के एवज में तीनों लाभार्थियों से दो-दो हजार रुपए के हिसाब से 6000 रुपए की मांग कर ली. इसी बीच विजिलेंस की टीम भी मौके पर पहुंची और ग्राम प्रधान कविता गुम्बर को उसके निवास पर ही रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.
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एसपी विजिलेंस प्रहलाद मीणा ने बताया कि ग्राम प्रधान कविता गुम्बर को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है. अब विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण की अदालत में कविता गुम्बर को पेश किया जाएगा. बीती 17 मार्च को शिकायतकर्ता ने स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत शौचालय निर्माण की प्रोत्साहन राशि 12 हजार रुपए हासिल करने के लिए अपने सभी दस्तावेज ग्राम प्रधान कविता को दिए थे, लेकिन रिश्वत की धनराशि नहीं मिलने के कारण अनुदान प्राप्त करने की फाइल को लंबित रखी गई.
वहीं, शिकायतकर्ता ने भ्रष्टाचार के खिलाफ टोल फ्री नंबर 1064 में शिकायत की गई थी. इसी ट्रैप में शामिल निरीक्षक मनोहर सिंह दसौनी, हेड कॉन्स्टेबल दीप जोशी, महिला हेड कांस्टेबल ममता तिवारी, महिला कॉन्स्टेबल निरीक्षक दीपा टम्टा और कॉन्स्टेबल गिरीश जोशी ने कार्रवाई को अंजाम दिया.