हल्द्वानी: दाल और अनाज की कीमतों में जून महीने में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है. जिस कारण खाने की थाली महंगी हो गई है. उत्तराखंड के पहाड़ों से हो रहा पलायन और खेती छोड़ रहे किसानों के कारण भी फल-सब्जियों की कीमतें आसमान छू रही हैं. जिसके चलते खुदरा महंगाई दर 2.10 फीसदी से बढ़कर 3.5 फीसदी हो गई है.
उत्तराखंड की बात करें तो वर्तमान में यहां महंगाई दर 5.11 है. अर्थशास्त्री बीसी उप्रेती का कहना है कि वर्तमान समय में ग्रामीण इलाकों में 4.25 फीसदी और शहरी इलाकों में 5.11 फीसदी महंगाई दर बढ़ी है. जिससे आम जीवन में इस्तेमाल होने वाली रोजमर्रा की चीजें महंगी हो गई हैं.
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अर्थशास्त्रियों का कहना है कि कीमत बढ़ने का मुख्य कारण अनाज, फल और सब्जियों की सप्लाई की ज्यादा डिमांड होने की वजह है. अर्थशास्त्रियों का कहना है कि पहाड़ी क्षेत्रों में होने वाले पलायन की वजह से भी महंगाई बढ़ी है. उन्होंने बताया कि पहाड़ों में खेती लगातार कम हो रही है. पहाड़ों की जनता फल-सब्जी उगाने के बजाय पलायन कर चुकी है. जिस कारण अनाज और फल-सब्जियां हर दिन महंगी होती जा रही हैं.
वहीं व्यापारी वर्ग भी महंगाई के कारण परेशान नजर आ रहा है. व्यापारियों का कहना है कि महंगाई के चलते उन्हें व्यापार में नुकसान उठाना पड़ रहा है. उनकी शिकायत है कि उत्तराखंड में देश के अन्य राज्यों की तुलना में सबसे ज्यादा महंगाई है.