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महंगाई दर बढ़ने से बढ़ गई आम आदमी की परेशानी, फल-सब्जियों की कीमतें छू रहीं आसमान - उत्तराखंड में महंगाई

उत्तराखंड में वर्तमान समय में ग्रामीण इलाकों में 4.25 फीसदी और शहरी इलाकों में 5.11 फीसदी महंगाई दर बढ़ी है. कीमत बढ़ने का मुख्य कारण अनाज, फल और सब्जियों की सप्लाई की ज्यादा डिमांड है. इस महंगाई से व्यापारी और आम आदमी खासा परेशान है.

फल-सब्जियों की कीमतें छू रहीं आसमान
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Published : Jun 17, 2019, 5:29 PM IST

Updated : Jun 17, 2019, 8:30 PM IST

हल्द्वानी: दाल और अनाज की कीमतों में जून महीने में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है. जिस कारण खाने की थाली महंगी हो गई है. उत्तराखंड के पहाड़ों से हो रहा पलायन और खेती छोड़ रहे किसानों के कारण भी फल-सब्जियों की कीमतें आसमान छू रही हैं. जिसके चलते खुदरा महंगाई दर 2.10 फीसदी से बढ़कर 3.5 फीसदी हो गई है.

फल-सब्जियों की कीमतें छू रहीं आसमान

उत्तराखंड की बात करें तो वर्तमान में यहां महंगाई दर 5.11 है. अर्थशास्त्री बीसी उप्रेती का कहना है कि वर्तमान समय में ग्रामीण इलाकों में 4.25 फीसदी और शहरी इलाकों में 5.11 फीसदी महंगाई दर बढ़ी है. जिससे आम जीवन में इस्तेमाल होने वाली रोजमर्रा की चीजें महंगी हो गई हैं.

पढे़ं- उत्तराखंड त्रासदी से जानिए क्या सबक लिया सरकार ने, आपदा प्रबंधन तंत्र में कितना किया सुधार

अर्थशास्त्रियों का कहना है कि कीमत बढ़ने का मुख्य कारण अनाज, फल और सब्जियों की सप्लाई की ज्यादा डिमांड होने की वजह है. अर्थशास्त्रियों का कहना है कि पहाड़ी क्षेत्रों में होने वाले पलायन की वजह से भी महंगाई बढ़ी है. उन्होंने बताया कि पहाड़ों में खेती लगातार कम हो रही है. पहाड़ों की जनता फल-सब्जी उगाने के बजाय पलायन कर चुकी है. जिस कारण अनाज और फल-सब्जियां हर दिन महंगी होती जा रही हैं.

वहीं व्यापारी वर्ग भी महंगाई के कारण परेशान नजर आ रहा है. व्यापारियों का कहना है कि महंगाई के चलते उन्हें व्यापार में नुकसान उठाना पड़ रहा है. उनकी शिकायत है कि उत्तराखंड में देश के अन्य राज्यों की तुलना में सबसे ज्यादा महंगाई है.

हल्द्वानी: दाल और अनाज की कीमतों में जून महीने में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है. जिस कारण खाने की थाली महंगी हो गई है. उत्तराखंड के पहाड़ों से हो रहा पलायन और खेती छोड़ रहे किसानों के कारण भी फल-सब्जियों की कीमतें आसमान छू रही हैं. जिसके चलते खुदरा महंगाई दर 2.10 फीसदी से बढ़कर 3.5 फीसदी हो गई है.

फल-सब्जियों की कीमतें छू रहीं आसमान

उत्तराखंड की बात करें तो वर्तमान में यहां महंगाई दर 5.11 है. अर्थशास्त्री बीसी उप्रेती का कहना है कि वर्तमान समय में ग्रामीण इलाकों में 4.25 फीसदी और शहरी इलाकों में 5.11 फीसदी महंगाई दर बढ़ी है. जिससे आम जीवन में इस्तेमाल होने वाली रोजमर्रा की चीजें महंगी हो गई हैं.

पढे़ं- उत्तराखंड त्रासदी से जानिए क्या सबक लिया सरकार ने, आपदा प्रबंधन तंत्र में कितना किया सुधार

अर्थशास्त्रियों का कहना है कि कीमत बढ़ने का मुख्य कारण अनाज, फल और सब्जियों की सप्लाई की ज्यादा डिमांड होने की वजह है. अर्थशास्त्रियों का कहना है कि पहाड़ी क्षेत्रों में होने वाले पलायन की वजह से भी महंगाई बढ़ी है. उन्होंने बताया कि पहाड़ों में खेती लगातार कम हो रही है. पहाड़ों की जनता फल-सब्जी उगाने के बजाय पलायन कर चुकी है. जिस कारण अनाज और फल-सब्जियां हर दिन महंगी होती जा रही हैं.

वहीं व्यापारी वर्ग भी महंगाई के कारण परेशान नजर आ रहा है. व्यापारियों का कहना है कि महंगाई के चलते उन्हें व्यापार में नुकसान उठाना पड़ रहा है. उनकी शिकायत है कि उत्तराखंड में देश के अन्य राज्यों की तुलना में सबसे ज्यादा महंगाई है.

Intro:samney- उत्तराखंड में महंगाई दर में वृद्धि।
रिपोर्टर भावनाथ पंडित हल्द्वानी

एंकर-आम आदमी को बढ़ती महंगाई से झटका लगा है खासकर दाल और अनाज की कीमतें बढ़ने से जून महीने में महंगाई दर में जबरदस्त उछाल आया है। बाद अगर खुदरा महंगाई दर की करें तो 2.10 फीसदी से बढ़कर 3.5 फीसदी हो गई है। वही उत्तराखंड में भी हिमालय राज्य होने के चलते विषम भौगोलिक परिस्थितियों ने मंगाई को दुगना कर दिया है ।केंद्र के महंगाई दर की अपेक्षा उत्तराखंड में दो गुनाह महंगाई दर हो गई है ।लिहाजा यहां के गरीब लोगों को सब्जी अनाज और दाल महंगे दाम में मिल रही है।


Body:खासकर उत्तराखंड की बात करें तो वर्तमान में उत्तराखंड में महंगाई दर 5. 11 है जबकि अन्य हिमालय राज्यों की तुलना में उत्तराखंड में भी उत्तराखंड में महंगाई बढ़ी है। अर्थशास्त्री बीसी उप्रेती का कहना है कि ग्रामीण इलाकों में वर्तमान समय में 4.25 फ़ीसदी महंगाई दर बढ़ी है और शहरी इलाकों में 5.11 फ़ीसदी बढ़ने से आम जीवन में इस्तेमाल होने वाली रोजमर्रा की चीजें महंगी हो चुकी है ।अर्थशास्त्रियों का कहना है कि कीमत बढ़ने का मुख्य कारण अनाज फल सब्जियों की सप्लाई की ज्यादा डिमांड होने की वजह से हुई है ।ग्रामीण इलाकों में भी उत्पादन होने के बजाय मार्केट में होने के चलते भी महंगाई बढ़ रही है।


Conclusion:अर्थशास्त्रियों का यह भी कहना है कि पहाड़ी क्षेत्रों में होने वाले पलायन की वजह से भी महंगाई बढ़ी है क्योंकि पहाड़ों में कृषि क्षेत्र कम हो रहा है। पहाड़ी फल पट्टियों में लोग फल सब्जी उगाने के बजाय पलायन कर दूसरे कार्यों में लगे हुए हैं लिहाजा जो ट्रांसपोर्ट फैसिलिटी है इसके अलावा महंगाई की वजह से लगातार आम जनजीवन की रोजमर्रा की चीजों में वृद्धि हुई है।
वहीं व्यापारी वर्ग भी महंगाई को लेकर परेशान है व्यापारियों का कहना है कि महंगाई के चलते व्यापार में नुकसान उठाना पड़ रहा है जबकि उत्तराखंड में प्रदेश के अन्य राज्यों की तुलना में सबसे ज्यादा महंगाई है।

बाइट -बीसी उप्रेती अर्थशास्त्री।
बाइट- राजीव अग्रवाल व्यापारी
Last Updated : Jun 17, 2019, 8:30 PM IST
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