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बारिश के चलते मंडियों तक सब्जी नहीं पहुंचा पा रहे काश्तकार, आसमान छू रहे दाम - बारिश के कारण रास्ते बंद,

बारिश के चलते पहाड़ों पर रास्ते अवरुद्ध होने के कारण काश्तकार सब्जियों को मंडी तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं. इसकी वजह से सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं.

पहाड़ों पर हो रही बरसात के चलते सब्जियां हुई महंगी
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Published : Jul 17, 2019, 3:11 PM IST

हल्द्वानी: पहाड़ों पर लगातार हो रही बरसात के चलते हैं काश्तकारों की सब्जियां मंडी तक नहीं पहुंच पा रहीं हैं, जिसके चलते सब्जी के दामों में भारी उछाल देखने को मिल रहा है. पहाड़ों पर लगातार हो रही बरसात और भूस्खलन के चलते पहाड़ की सब्जियां 20% से 30% फीसदी तक ही मंडी तक पहुंच रही हैं. ऐसे सब्जियां खेतों में ही खराब हो रही हैं. इसके अलावा तराई क्षेत्रों में हो रही बारिश का असर देखने को मिल रहा है.

उत्तर भारत की दूसरी सबसे बड़ी मंडी हल्द्वानी में इन दिनों पहाड़ और मैदान से सब्जी की आवक काफी कम हो गई है, क्योंकि लगातार हो रही बरसात के चलते पहाड़ी क्षेत्रों के अंतरिक मार्ग और पैदल मार्ग बंद हो चुके हैं. पहाड़ों के काश्तकारों की सब्जियां और फल उनके खेतों में ही खराब हो रहे हैं. जिसकी वजह से सब्जी के दामों में 30 से 40% का इजाफा हुआ है.

पहाड़ों पर हो रही बरसात के चलते सब्जियां हुई महंगी

पढ़ें- Video: केदारनाथ में दिखी दक्षिण भारत की सांस्कृतिक झलक, बारिश के बीच कलाकारों ने किया नृत्य

सब्जी पुराने दाम (प्रतिकिलो) बढ़े दाम (प्रतिकिलो)
टमाटर ₹30 ₹60
शिमला मिर्च ₹40 ₹60
भिंडी ₹20 ₹50
तरोई ₹30 ₹50-₹60
बींस ₹40 ₹60-₹70

उत्तराखंड मौसम विभाग ने पूरे कुमाऊं क्षेत्र में आने वाले दिनों में भारी बरसात का अलर्ट जारी किया है. ऐसे में खराब रास्ता और मलबा और खेतों में पानी भरने से किसानों की सब्जियां खेतों में खराब होंगी. जिससे आने वाले दिनों में सब्जी के दामों में और उछाल देखने को मिलेगा.

हल्द्वानी: पहाड़ों पर लगातार हो रही बरसात के चलते हैं काश्तकारों की सब्जियां मंडी तक नहीं पहुंच पा रहीं हैं, जिसके चलते सब्जी के दामों में भारी उछाल देखने को मिल रहा है. पहाड़ों पर लगातार हो रही बरसात और भूस्खलन के चलते पहाड़ की सब्जियां 20% से 30% फीसदी तक ही मंडी तक पहुंच रही हैं. ऐसे सब्जियां खेतों में ही खराब हो रही हैं. इसके अलावा तराई क्षेत्रों में हो रही बारिश का असर देखने को मिल रहा है.

उत्तर भारत की दूसरी सबसे बड़ी मंडी हल्द्वानी में इन दिनों पहाड़ और मैदान से सब्जी की आवक काफी कम हो गई है, क्योंकि लगातार हो रही बरसात के चलते पहाड़ी क्षेत्रों के अंतरिक मार्ग और पैदल मार्ग बंद हो चुके हैं. पहाड़ों के काश्तकारों की सब्जियां और फल उनके खेतों में ही खराब हो रहे हैं. जिसकी वजह से सब्जी के दामों में 30 से 40% का इजाफा हुआ है.

पहाड़ों पर हो रही बरसात के चलते सब्जियां हुई महंगी

पढ़ें- Video: केदारनाथ में दिखी दक्षिण भारत की सांस्कृतिक झलक, बारिश के बीच कलाकारों ने किया नृत्य

सब्जी पुराने दाम (प्रतिकिलो) बढ़े दाम (प्रतिकिलो)
टमाटर ₹30 ₹60
शिमला मिर्च ₹40 ₹60
भिंडी ₹20 ₹50
तरोई ₹30 ₹50-₹60
बींस ₹40 ₹60-₹70

उत्तराखंड मौसम विभाग ने पूरे कुमाऊं क्षेत्र में आने वाले दिनों में भारी बरसात का अलर्ट जारी किया है. ऐसे में खराब रास्ता और मलबा और खेतों में पानी भरने से किसानों की सब्जियां खेतों में खराब होंगी. जिससे आने वाले दिनों में सब्जी के दामों में और उछाल देखने को मिलेगा.

Intro:sammry- पहाड़ों पर हो रही बरसात के चलते सब्जियां हुई महंगी

एंकर- पहाड़ों पर लगातार हो रही बरसात के चलते हैं काश्तकार की सब्जियां मंडी तक नहीं पहुंच पा रहे हैं जिसके चलते सब्जी के दामों में भारी उछाल देखने को मिल रहा है। पहाड़ों पर लगातार हो रही बरसात और भूस्खलन के चलते पहाड़ की सब्जियां 20 से 30 फ़ीसदी तक ही मंडी तक पहुंच रही है ऐसे में महंगाई के साथ साथ पहाड़ की सब्जियां खेतों में ही खराब हो रही है। इसके अलावा सब्जियों की महंगाई की मार तराई क्षेत्रों में हो रही बरसात का भी असर देखने को मिल रहा है जहां बरसात के चलते हैं सब्जी की फसल खराब हो रही है।


Body:उत्तर भारत का दूसरी सबसे बड़ी मंडी हल्द्वानी में इन दिनों पहाड़ और मैदान से आ रही सब्जी की आवक काफी कम हो गई है। जिसका मुख्य कारण लगातार हो रही बरसात के चलते पहाड़ी क्षेत्रों के अंतरिक मार्ग और पैदल मार्ग बंद हो चुके हैं जिसके चलते हैं पहाड़ों के काश्तकारों के सब्जियां और फल उनके खेतों में ही खराब हो रही है और मंडियों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। यही हालात तराई के क्षेत्रों का है जहां बरसात के चलते तराई के क्षेत्रों में खेतों में जलभराव हो गया है जिसके चलते हैं वहां उत्पादित होने वाली सब्जियां डूब चुकी है और फसल खराब हो रहे हैं जिसके चलते मंडियों में तराई से भी सब्जियां नहीं आ रही है। जिससे सब्जी के दामों में 30 से 40% का इजाफा हुआ है।
बात टमाटर की करें तो से ₹30 किलो बिकने वाला टमाटर ₹60 रु किलो, जबकि शिमला मिर्च पहले ₹40 था जो अब ₹60, भिंडी ₹20 किलो थी जो अब ₹50 किलो बिक रही हैं। तरोई ₹30 किलो थी जो अब ₹50 से ₹60 किलो बिक रही है। ₹40 किलो बिकने वाला बिन सब्जी अब 60 से 70 में बिक रहा है।

बाइट- जीवन सिंह कार्की अध्यक्ष मंडी फल सब्जी समिति
बाइट -सब्जी व्यापारी


Conclusion:मौसम विभाग ने पूरे कुमाऊं क्षेत्र में आने वाले दिनों में भी भारी बरसात की अलर्ट जारी किया है ऐसे में खराब रास्ता और मलवा आने के साथ-साथ जलभराव की वजह से किसानों द्वारा तोड़ी गई सब्जी खेतों में खराब हो रही है अगर ऐसे ही बरसात रहा तो सब्जियों के दामों में और उछाल देखने को मिलेगा।
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