हल्द्वानी: पहाड़ों पर लगातार हो रही बरसात के चलते हैं काश्तकारों की सब्जियां मंडी तक नहीं पहुंच पा रहीं हैं, जिसके चलते सब्जी के दामों में भारी उछाल देखने को मिल रहा है. पहाड़ों पर लगातार हो रही बरसात और भूस्खलन के चलते पहाड़ की सब्जियां 20% से 30% फीसदी तक ही मंडी तक पहुंच रही हैं. ऐसे सब्जियां खेतों में ही खराब हो रही हैं. इसके अलावा तराई क्षेत्रों में हो रही बारिश का असर देखने को मिल रहा है.
उत्तर भारत की दूसरी सबसे बड़ी मंडी हल्द्वानी में इन दिनों पहाड़ और मैदान से सब्जी की आवक काफी कम हो गई है, क्योंकि लगातार हो रही बरसात के चलते पहाड़ी क्षेत्रों के अंतरिक मार्ग और पैदल मार्ग बंद हो चुके हैं. पहाड़ों के काश्तकारों की सब्जियां और फल उनके खेतों में ही खराब हो रहे हैं. जिसकी वजह से सब्जी के दामों में 30 से 40% का इजाफा हुआ है.
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सब्जी | पुराने दाम (प्रतिकिलो) | बढ़े दाम (प्रतिकिलो) |
टमाटर | ₹30 | ₹60 |
शिमला मिर्च | ₹40 | ₹60 |
भिंडी | ₹20 | ₹50 |
तरोई | ₹30 | ₹50-₹60 |
बींस | ₹40 | ₹60-₹70 |
उत्तराखंड मौसम विभाग ने पूरे कुमाऊं क्षेत्र में आने वाले दिनों में भारी बरसात का अलर्ट जारी किया है. ऐसे में खराब रास्ता और मलबा और खेतों में पानी भरने से किसानों की सब्जियां खेतों में खराब होंगी. जिससे आने वाले दिनों में सब्जी के दामों में और उछाल देखने को मिलेगा.