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फल-सब्जी ऊंचे दामों पर बेचे जाने पर जिला प्रशासन सख्त, कार्रवाई पर व्यापारियों ने जताई नाराजगी

हल्द्वानी में आवश्यक वस्तु अधिनियम 3/7 की कार्रवाई पर सब्जी और फल व्यापारी नाराज हैं. उनका कहना है कि मंडी से सब्जी लाने में काफी किराया खर्च होता है. लिहाजा, महंगे दर पर बेचना की मजबूरी है.

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सब्जी व्यापारी
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Published : Apr 16, 2020, 11:19 AM IST

हल्द्वानीः लॉकडाउन के बीच फल-सब्जी ऊंचे दामों पर बेचे जाने पर जिला प्रशासन की ओर से दुकानदारों के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है. जिसे लेकर फल और सब्जी व्यापारियों ने विरोध करना शुरू कर दिया है. व्यापारियों का कहना है कि फल-सब्जी जल्दी खराब होने वाले उत्पाद होते हैं. जबकि, लॉकडाउन के चलते छोटे दुकानदारों को मंडी से दुकान तक सब्जी लाने और ले जाने में ज्यादा किराया खर्च करना पड़ रहा है. ऐसे में जिला प्रशासन दुकानदारों पर मुकदमा दर्ज कर रहा है, जो जायज नहीं है.

आवश्यक वस्तु अधिनियम कार्रवाई पर व्यापारी नाराज.

दुकानदारों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि छोटे दुकानदार ऊंचे दामों पर फल-सब्जी बेच रहा है तो उसके खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई की जाए, लेकिन आवश्यक वस्तु अधिनियम की कार्रवाई नहीं की जाए. व्यापारियों का कहना है कि फुटकर फल-सब्जी विक्रेताओं पर इस अधिनियम का मुकदमा दर्ज होता है तो उसके लिए संकट पैदा हो जाएगा.

ये भी पढ़ेंः लॉकडाउन में दूनवासियों को नहीं मिलेगी राहत, जानिए वजह

दुकानदारों का कहना है कि मंडी से बाजारों तक फल-सब्जी भेजने के लिए कुछ वाहनों को पास दिया गया है, जो मन माफिक किराया वसूल रहे हैं. ऐसे में दुकानदारों तक सब्जी पहुंचने पर किराया ज्यादा वहन करना पड़ रहा है. वहीं मजबूरन छोटे दुकानदारों को प्रशासन के द्वारा जारी की गई सूची से ज्यादा दाम में बेचना पड़ रहा है.

वहीं, उप जिलाधिकारी विवेक राय का कहना है कि जो भी दुकानदार प्रशासन की ओर से जारी फल-सब्जी के रेट सूची से ज्यादा कीमत पर बेचते हुए पाया जाएगा. उसके खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उसे जेल भी भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि कोई भी वाहन मनमाना किराया वसूलता है तो उसकी सूचना जिला प्रशासन को दें. ऐसे वाहनों को जब्त के साथ उनके पास को निरस्त किया जाएगा.

हल्द्वानीः लॉकडाउन के बीच फल-सब्जी ऊंचे दामों पर बेचे जाने पर जिला प्रशासन की ओर से दुकानदारों के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है. जिसे लेकर फल और सब्जी व्यापारियों ने विरोध करना शुरू कर दिया है. व्यापारियों का कहना है कि फल-सब्जी जल्दी खराब होने वाले उत्पाद होते हैं. जबकि, लॉकडाउन के चलते छोटे दुकानदारों को मंडी से दुकान तक सब्जी लाने और ले जाने में ज्यादा किराया खर्च करना पड़ रहा है. ऐसे में जिला प्रशासन दुकानदारों पर मुकदमा दर्ज कर रहा है, जो जायज नहीं है.

आवश्यक वस्तु अधिनियम कार्रवाई पर व्यापारी नाराज.

दुकानदारों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि छोटे दुकानदार ऊंचे दामों पर फल-सब्जी बेच रहा है तो उसके खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई की जाए, लेकिन आवश्यक वस्तु अधिनियम की कार्रवाई नहीं की जाए. व्यापारियों का कहना है कि फुटकर फल-सब्जी विक्रेताओं पर इस अधिनियम का मुकदमा दर्ज होता है तो उसके लिए संकट पैदा हो जाएगा.

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दुकानदारों का कहना है कि मंडी से बाजारों तक फल-सब्जी भेजने के लिए कुछ वाहनों को पास दिया गया है, जो मन माफिक किराया वसूल रहे हैं. ऐसे में दुकानदारों तक सब्जी पहुंचने पर किराया ज्यादा वहन करना पड़ रहा है. वहीं मजबूरन छोटे दुकानदारों को प्रशासन के द्वारा जारी की गई सूची से ज्यादा दाम में बेचना पड़ रहा है.

वहीं, उप जिलाधिकारी विवेक राय का कहना है कि जो भी दुकानदार प्रशासन की ओर से जारी फल-सब्जी के रेट सूची से ज्यादा कीमत पर बेचते हुए पाया जाएगा. उसके खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उसे जेल भी भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि कोई भी वाहन मनमाना किराया वसूलता है तो उसकी सूचना जिला प्रशासन को दें. ऐसे वाहनों को जब्त के साथ उनके पास को निरस्त किया जाएगा.

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