हल्द्वानी: उत्तराखंड सरकार 9 नवंबर को 21वां राज्य स्थापना दिवस मनाने जा रही है. शासन और प्रशासन स्थापना दिवस की तैयारियों में जुटे हुए हैं. राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर नैनीताल जिले के हल्द्वानी में एक बड़े कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. वहीं, राज्य आंदोलनकारियों ने अपनी मांगे पूरी नहीं होने पर राज्य स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर हल्द्वानी में एसडीएम कोर्ट के बाहर महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के प्रतिमा के नीचे विरोध दिवस मनाया. साथ ही इन्होंने 9 नवंबर के कार्यक्रम का बहिष्कार करने का निर्णय भी लिया है.
सोमवार को भी राज्य आंदोलनकारी हुकम सिंह कुंवर अन्य अधिकारियों के साथ धरने पर बैठे. इस दौरान उन्होंने कहा कि जिन सपनों को लेकर राज्य आंदोलनकारियों ने लड़ाई लड़ी थी. आज वह सपना अधूरा है. 56 लोगों ने आंदोलन में अपनी शहादत दी थी, लेकिन आज तक उनकी शहादत अधूरे हैं.
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राज्य आंदोलनकारी हुकुम सिंह कुंवर ने कहा कि 21वें राज्य स्थापना दिवस पर सरकार केवल झूठा प्रचार प्रसार करने में जुटी हुई है. सपनों को लेकर आंदोलनकारियों ने आंदोलन किया था, आज तक वह पूरा नहीं हो पाया है. मंत्री और अधिकारी अपना घर भरने का काम कर रहे हैं. प्रदेश में लगातार भ्रष्टाचार बढ़ रहा है. उत्तराखंड के मंत्री और अधिकारी ने पहाड़ को लूटने का काम किया है.
हुकुम सिंह कुंवर ने कहा कि उत्तराखंड देश का ऐसा प्रदेश है, जिसे अपनी स्थाई राजधानी भी नहीं मिल पाई है. कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने प्रदेश पर राज करने का काम किया है. प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. पहाड़ों से लगातार पलायन हो रहा है और वहां पर जंगली जानवरों का आतंक है, लेकिन सरकार पहाड़ के विषय में कुछ नहीं कर रही है.