हल्द्वानीः उत्तराखंड सरकार की ओर से स्थानीय उद्यमियों के लिए उत्तराखंड स्टार्टअप पॉलिसी बनाई गई है. जिसका उद्देश्य लघु उद्यमी और छात्रों को स्वरोजगार की बारीकियों को समझाकर उन्हें समृद्ध उद्यमी बनने में सहयोग करना है. इसी कड़ी में आईआईएम काशीपुर के सहयोग से युवा उद्यमियों के नए बिजनेस आइडिया को अमलीजामा पहनाने का काम शुरू कर दिया है, जिसे लेकर उत्तराखंड स्टार्टअप बूट कैंप का आयोजन किया गया.
नैनीताल जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक सुनील पंत ने कहा कि उत्तराखंड स्टार्टअप पॉलिसी एक समृद्ध समाज के निर्माण में एक मील का पत्थर साबित होगा. प्रदेश के प्रत्येक जिले में दो-दो दिन के स्टार्टअप बूट कैंप (प्रशिक्षण शिविर) लगाए जा रहे हैं. जिसमें आईआईएम काशीपुर के विशेषज्ञ युवा उद्यमियों के न्यू बिजनेस आइडिया को न केवल सुन रहे हैं. बल्कि, आइडिया चुने जाने पर स्टार्टअप को शुरू कराने में सहयोग देने पर जोर दे रहे हैं.
इस बूट कैंप में बिजनेस, प्रबंधन, बिजनेस मैनेजमेंट समेत तकनीकी विवि में पढ़ने वाले छात्र बिजनेस आइडिया शेयर कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि बिजनेस मैनेजमेंट के नए आइडिया में से 10 सर्वश्रेष्ठ बिजनेस आइडिया को फाइनल कर स्टेट बूट कैंप के लिए चयनित किए जाएंगे. जहां सर्वश्रेष्ठ बिजनेस आइडिया को पुरस्कृत किया जाएगा. चुने गए सर्वश्रेष्ठ आइडिया को स्टार्टअप संबंधित विभाग और भारत सरकार की योजना से भी जोड़ा जाएगा. साथ ही प्रशिक्षण देने के बाद युवाओं के नए बिजनेस आइडिया से अच्छा स्टार्टअप तैयार किया जाएगा.
सुनील पंत ने बताया कि कंपनी तैयार होने पर बड़े इन्वेस्टर भी युवा उद्यमी के स्टार्टअप में सहयोग करेंगे. अब तक स्टार्टअप बूट कैंप के लिए करीब दो हजार युवा जुड़ चुके हैं. एक सोच-एक स्वरोजगार नए युवा उद्यमियों के लिए अच्छा अवसर है. इसके तहत पहले युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा. फिर युवाओं का स्टार्टअप चयनित होने पर उन्हें स्टार्टअप शुरू करने में संबंधित विभाग की ओर से हरसंभव मदद भी दी जाएगी.
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