हल्द्वानी: उत्तराखंड में कांग्रेस द्वारा अग्निवीर भर्ती (Agniveer Recruitment) पर उठाए जा रहे सवाल और खुद सरकार के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज (cabinet minister satpal maharaj) द्वारा लिखे गए पत्र पर केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट (Union Minister of State for Defense Ajay Bhatt) ने सफाई दी है. अजय भट्ट ने कहा है कि सतपाल महाराज द्वारा उनके लिए लिखा गया पत्र अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है, लेकिन उनसे वार्ता जरूर हुई है. उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना में पहाड़ के युवाओं को लंबाई में छूट को लेकर कुछ मांगें हैं जिस पर विचार किया गया है. अजय भट्ट ने कहा कि अग्निवीर भर्ती के मानकों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. जो भर्ती के मानक पूर्व से चले आ रहे हैं, उन्हीं मानकों की तर्ज पर अग्निवीर की भर्ती की जा रही है.
केंद्र सरकार द्वारा सेना में भर्ती के लिए शुरू की गई नई अग्निवीर योजना के तहत 19 अगस्त से अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो गई है. अग्निवीर योजना के तहत भर्ती प्रक्रिया शुरू होते ही विवादों (Agniveer recruitment process in controversy) में घिर गई है. तमाम युवा कहीं हाइट, कहीं दौड़ को लेकर अपनी बात रख रहे हैं. इस मामले को कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट के सामने रखा है. सतपाल महाराज ने कहा है कि उत्तराखंड में अग्निवीरों की भर्ती प्रक्रिया में नियमों का ध्यान नहीं रखा जा रहा है. इनकी भर्ती दौड़, लंबाई और शारीरिक क्षमता की माप नियमों के विरुद्ध की जा रही है.
UKSSSC पेपर लीक मामले पर बोले अजय भट्टः उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा स्नातक स्तर की भर्ती में हुए घपले में विपक्ष द्वारा लगाए जा रहे आरोपों और सीबीआई जांच की मांग पर अजय भट्ट का कहना है कि जैसे ही सरकार के संज्ञान में इस भर्ती के गड़बड़ी के संकेत मिले, तत्काल सरकार ने पूरी पारदर्शिता के साथ एसटीएफ को जांच सौंपी. यही नतीजा है कि 24 से ज्यादा लोग अब तक गिरफ्तार हो चुके हैं. कई बड़े मगरमच्छ भी पकड़े जाएंगे. उन्होंने कहा कि फिलहाल एसटीएफ पारदर्शी जांच कर रही है. यदि सरकार को लगेगा कि सीबीआई जांच की जानी चाहिए तो सरकार वह भी करेगी.