हल्द्वानी: उत्तराखंड में भारी बारिश की वजह से काफी तबाई है. पहाड़ी जिलों में जहां भूस्खलन की वजह से जगह-जगह रास्ते बंद हैं. वहीं मैदानी जिले में जलभराव के कारण बाढ़ जैसे हालत बन गए हैं. गांवों में जहां किसानों की फसल बर्बाद हुई तो वहीं घरों और दुकानों में पानी से घुसने से लोगों का सामान खराब हो गया. मंगलवार को केंद्रीय मंत्री और नैनीताल सांसद अजय भट्ट ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया. इस दौरान उन्हें लोगों के आक्रोश का सामना भी करना पड़ा.
निरीक्षण के दौरान मंत्री अजय भट्ट और लालकुआं विधायक नवीन दुमका को किसानों के काफी खरी-खोटी सुनाई. किसान ने मंत्री अजय भट्ट के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि नदी में तटबंध और चेकडैम बनाने के लिए विधायक को कई बार ज्ञापन दे चुके हैं, लेकिन नदी में तटबंध नहीं बनाया गया. इसी का परिणाम है कि आज किसानों की कई बीघा जमीन भू-कटाव के कारण नदी में समा गई है. किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं. जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है.
मंत्री अजय भट्ट ने हल्द्वानी और लालकुआं विधानसभा क्षेत्र के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर नुकसान का जायजा लिया. वहीं आपदा प्रभावित को भी मदद का आश्वासन दिया. किसानों का दर्द भी बांटा. मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि सरकार की पहली प्राथमिकता लोगों की जान बचाना है. इसके अलावा सभी को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया जाए और उनको रहने खाने की व्यवस्था की जाए.
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मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि आपदा प्रभावित किसी के पास रहने और राशन के संकट न हो इसका लेकर जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए है. प्रशासन को सभी तरह के इंतजाम करने के निर्देश दिए गए है, जिन लोगों के घर बर्बाद हो चुके है. उन्हें सुरक्षित जगह पर रखा गया है. गौला नदी के भू-कटान की वजह से जिन किसानों की फसल बर्बाद हुई है, वे नुकसान का मुआवजा दिया जाएगा. कई आपदा प्रभावित क्षेत्रों में हेलीकॉप्टर भी लगाये गये हैं, जो फंसे हुए लोगों सुरक्षित निकाल सकें.