रामनगर: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के ग्रामीण क्षेत्रों में विलेज वॉलिंटियर प्रोटेक्शन फोर्स (Village Volunteers Protection Force) के अंतर्गत रखे गए युवकों ने कॉर्बेट प्रशासन को रोजगार देने के संबंध में उपनिदेशक नीरज शर्मा से की मुलाकात की. वहीं, इस मौके पर कॉर्बेट के उपनिदेशक ने युवाओं को रोजगार दिये जाने का आश्वासन दिया है.
बता दें कि आज विलेज वॉलिंटियर्स प्रोटेक्शन फोर्स के एक दर्जन से ज्यादा युवकों ने कॉर्बेट के उपनिदेशक नीरज शर्मा से रोजगार देने संबंध में मुलाकात की और साथ ही उन्हें ज्ञापन भी सौंपा. इस मौके पर युवाओं ने कहा कि वह वॉलिंटियटरी विलेज प्रोडक्शन के मेंबर हैं. कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के अंतर्गत 2 वर्षों से वे लोग नि:शुल्क सेवा दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमें 2020 में कॉर्बेट प्रशासन की ओर से खाली आश्वासन दिया जा रहा है कि भविष्य में कॉर्बेट की ओर से उन्हें प्राथमिकता से रोजगार दिया जाएगा.
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युवाओं ने कहा कि वह इससे पहले भी कॉर्बेट निदेशक को ज्ञापन दे चुके हैं. जिसमें पूर्व निदेशक ने उन्हें आश्वास्त किया था कि भविष्य में या तो टूरिज्म या अन्य रोजगार उन लोगों को दिया जाएगा. ऐसे में युवाओं ने आज इस संबंध में कॉर्बेट के उपनिदेशक नीरज शर्मा से मुलाकात की है. युवाओं ने चेतावनी दी है कि अगर उन्हें कॉर्बेट में जल्द रोजगार नहीं दिया गया तो वह उग्र आंदोलन को मजबूर होंगे.
वहीं, इस संबंध में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक नीरज शर्मा ने कहा कि आज वीवीपीएफ द्वारा उनको रोजगार दिए जाने के संबंध में एक ज्ञापन दिया गया है. जिसको वे अपने उच्चाधिकारियों को प्रेषित कर नियमानुसार कार्रवाई करेंगे.
विलेज वॉलिंटियर्स प्रोटेक्शन फोर्स का कार्य: जब भी कॉर्बेट के आसपास लगते गांवों में कोई हाथी आ जाए. साथ ही अगर अन्य जानवर घायल हो जाए या कोई मानव वन्यजीव संघर्ष हो जाए. तो उस समय स्थिति को संभालने के लिए इन विलेज वालंटियर्स प्रोटेक्शन फोर्स को बुलाया जाता है. जो मौके पर पहुंचकर इस स्थिति से निपटते हैं. कॉर्बेट में इन्हीं कार्यों के लिए इन्हें तैनात किया गया था.