रामनगर: 'स्वास्थ्य एवं कल्याण में निरंतरता- संभावनाएं, समस्याएं एवं चुनौतियां' को लेकर दो दिवसीय सेमिनार का शुभारंभ किया गया है. इसमें जिले एवं बाहर से आए 200 से अधिक डेलीगेट्स शामिल हो रहे हैं. इस विषय में जानकारी देते हुए रामनगर पीएनजीपीजी महाविद्यालय के प्राचार्य एमसी पांडे ने बताया कि ये सेमिनार स्वास्थ्य एवं पर्यावरण को संरक्षित कैसे किया जाए, उस थीम पर आयोजित किया गया है.
उन्होंने कहा कि पूर्व में भी हमारे विद्यालय ने ग्रीन चैंपियनशिप में हमें राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. ग्रीन चैंपियन के रूप में, उसके बाद हमने मुख्यमंत्री नवाचार योजना में भी हिमालयन औषधि ज्ञान केंद्र की शुरुआत की थी. उन्होंने कहा कि 18 से 19 मार्च तक विद्यालय में स्वास्थ्य एवं कल्याण और उसकी समस्या एवं चुनौतियों पर चर्चा हो रही है. वहीं सेमिनार में पहुंचे मैती आंदोलन के पद्मश्री कल्याण सिंह मैती ने कहा कि पहाड़ों पर महिलाओं के स्वास्थ्य एवं पर्यावरण को कैसे दुरुस्त किया जाएगा, इसको लेकर एक प्रयास किया जा रहा है.
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उन्होंने कहा कि स्वच्छता के मामले में रामनगर अग्रणी भूमिका निभा रहा है. इलाके को साफ रखना हमारी जिम्मेदारी भी है. इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि जिस तरीके से हमारी जनसंख्या 140 करोड़ के ऊपर पहुंच गई है, ऐसे में सभी लोगों को साफ पानी, ऑक्सीजन और स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करानी बड़ी जिम्मेदारी है. पहले लोग मंडुवा कम खाते थे. लेकिन आज मंडुवा का प्रचलन तेजी से बढ़ा है. क्योंकि मंडुवा स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक है. ऐसे में हमें जैविक खेती की तरफ भी बढ़ना चाहिए.