हल्द्वानी: शहर में यातायात और संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखने के लिए एएनपीआर कैमरे लगाने की प्रक्रिया तेज हो गई है. जिससे तेज रफ्तार वाहन, बाहरी राज्यों से आने वाले वाहन और संदिग्ध गतिविधियों पर एक जगह से ही नजर रखी जा सकेगी. कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत के निर्देश पर बजट आवंटित कर दिया गया है. एएनपीआर कैमरा लगने से यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाने वालों पर सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
संभागीय परिवहन अधिकारी हल्द्वानी संदीप सैनी ने बताया कि हल्द्वानी शहर कुमाऊं का सबसे बड़ा शहर माना जाता है. यहां बड़ी संख्या में रोजाना वाहनों का आना-जाना लगा रहता है. वहीं यातायात उल्लंघन के मामले भी आए दिन सामने आते रहते हैं. इसको देखते हुए कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत के निर्देश पर परिवहन विभाग एएनपीआर कैमरे लगाने जा रहा है. उन्होंने बताया कि एएनपीआर कैमरे के माध्यम से जहां वाहनों की रफ्तार पर लगाम लगेगी, वहीं शहर में प्रवेश करने वाले वाहनों की निगरानी भी हो सकेगी. जिससे पता चल सकेगा कि शहर में रोजाना कितने वाहनों का आना-जाना हो रहा है. इसके अलावा बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों पर भी नजर बनाई जा सकेगी.
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उन्होंने बताया कि पहले चरण में हल्द्वानी कालाढूंगी रोड के अम्रपाली इंस्टीट्यूट के पास ANPR कैमरे लगाए जाने हैं. जिसके लिए कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत के निर्देश पर जिला योजना के तहत 25 लाख रुपए का बजट उपलब्ध कराया जा रहा है. उन्होंने बताया कि ANPR लग जाने के बाद जहां वाहनों की रफ्तार के अलावा ट्रिपल राइडिंग, बिना हेलमेट, ओवर स्पीड और बाहर से आने वाली गाड़ियों के नंबरों की निगरानी की जा सकेगी, वहीं नियमों का उल्लंघन करने पर ऑटोमेटिक नंबर प्लेट की निगरानी के माध्यम से उनके वाहनों के चालान भेज उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकेगी.
जानिए क्या होता है ANPR कैमरा: सामान्यत: इसमें इन्फ्रारेड लाइट के उपयोग से दिन या रात में फोटो वीडियो ली जा सकती है. फिर वह फोटो वीडियो ANPR (Automatic Number Plate Recognition) होता है जो ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकॉग्निशन प्रकिया उपयोग में लेता है और नंबर प्लेट रीड कर के यूजर की डिटेल या उसकी गतिविधियों पर नजर बनाए जा सकती है. इस प्रकिया को ANPR कहा जाता है.