हल्द्वानी/नैनीताल: उत्तराखंड में भी हिट एंड रन कानून के विरोध में हड़ताल देखने को मिला. नैनीताल जिले में रोडवेज ड्राइवरों के हड़ताल के चलते बसों के पहिए थमे रहे. हल्द्वानी डिपो में 60 से ज्यादा बसें खड़ी रही. जिसके चलते यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. इतना ही नहीं नैनीताल घूमने आए पर्यटकों की जमकर फजीहत हुई. वहीं, पहाड़ों से इलाज करवाने के लिए निकले लोग भी अस्पताल नहीं पहुंच पाए.
हल्द्वानी में बसों के थमे पहिए, सामान के साथ भटकते रहे यात्री: एक्सीडेंट पर ड्राइवर को सजा और जुर्माने के प्रावधान के विरोध में उत्तराखंड परिवहन निगम के चालक और परिचालक कार्य बहिष्कार पर रहे. जिसके चलते रोडवेज बसों के पहिए पूरी तरह थमे रहे. हल्द्वानी से एक भी रोडवेज बसें न चलने की यात्री मायूस नजर आए. बसें न मिलने से दिल्ली, देहरादून, हरिद्वार, जयपुर, चंडीगढ़ आदि जगहों को जाने वाले यात्री खासी परेशान हुए.
घंटों तक खड़े रहने के बावजूद उन्हें बस नहीं मिल सकी. ऐसे में यात्री सामान लेकर इधर-उधर भटकते रहे, लेकिन दूर-दूर तक रोडवेज बसों के संचालन की कोई उम्मीद नजर नहीं आई. वहीं, बसें न मिलने पर यात्रियों को टैक्सी का इंतजाम करना पड़ा. बताया जा रहा है कि अगले तीन दिन तक रोडवेज बस ड्राइवरों की हड़ताल जारी रहेगी. जिससे यात्रियों की परेशानी और बढ़ सकती हैं.
हल्द्वानी रोडवेज के एआरएम सुरेंद्र सिंह ने बताया कि सभी ड्राइवर हड़ताल पर हैं, उनकी मांगों को लेकर कोई भी लिखित पत्र उन्हें नहीं मिला है, लेकिन रोडवेज के ड्राइवर अपनी ड्यूटी पर नहीं जा रहे हैं. वहीं, बस चालकों ने हिट एंड रन कानून को काला कानून करार दिया है.
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नैनीताल घूमने आए पर्यटकों को हुई परेशानी, अस्पताल जाने के लिए भी लोगों को नहीं बस: हिट एंड रन कानून के खिलाफ साल के पहले दिन बस चालक हड़ताल में रहे. नए साल का जश्न मनाने नैनीताल पहुंचे पर्यटकों को वापस लौटने के लिए बस नहीं मिली. पर्यटक गाड़ियों के इंतजार में दिनभर शहर में भटकते रहे. जो बसें देर रात दिल्ली, देहरादून समेत अन्य राज्यों से नैनीताल के लिए निकली थी, केवल उन्हीं बसों का सुबह संचालन हो सका. जिसके बाद उन बसों के चक्के जाम हो गए.
मध्य प्रदेश से नैनीताल घूमने आए पर्यटक अंशुमान का कहना है कि बसों की हड़ताल का टैक्सी कारोबारी जमकर फायदा उठा रहे हैं. टैक्सी चालक पर्यटकों से जमकर लूट मचा रहे हैं. पर्यटकों से 300 से लेकर 500 रुपए तक वसूल रहे हैं. जो सामान्य दिनों की अपेक्षा दोगुना है. इसके अलावा दिनभर जमकर ओवर लोडिंग भी हुई.
वहीं, नैनीताल घूमने आई महिला पर्यटक का कहना है कि वो परिवार के संग घूमने नैनीताल आई थीं. आज उन्हें वापस जाना था, लेकिन बसों की हड़ताल होने से उन्हें वापस घर लौटने में दिक्कत हो रही हैं. उन्होंने टैक्सी संचालकों पर दोगुना किराया मांगने का आरोप भी लगाया.
मरीज भी नहीं जा सके अस्पताल: बसों की हड़ताल के चलते पर्यटकों के अलावा बुजुर्ग और मरीज भी काफी परेशान रहे. नैनीताल से हर हफ्ते अपने घुटनों का इलाज कराने हल्द्वानी जाने वाले मोतीरात बताते हैं उनका हल्द्वानी के एक निजी अस्पताल से उपचार चल रहा है. जिसके लिए उन्हें आज अस्पताल जाना था.
ऐसे में वो सुबह से बस स्टैंड पर खड़े रहे, लेकिन हड़ताल के चलते बस नहीं आ रही है. यही हाल नैनीताल से लेकर दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों का भी रहा. गौर हो कि हिट एंड रन के मामलों में दोषी ड्राइवर पर 7 लाख रुपए तक का जुर्माना और 10 साल तक कैद का प्रावधान है. जिसका विरोध हो रहा है.