नैनीतालः सरोवर नगरी नैनीताल में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए अब पुलिस भी दो कदम आगे आई है. पुलिस ने पर्यटकों के मनोरंजन के लिए नैनीझील के किनारे बने बैंड स्टैंड में पहाड़ी और गढ़वाली गीतों की धुन बजाई जा रही है. जिसका पर्यटक जम कर लुत्फ उठा रहे हैं. पुलिस द्वारा पर्यटकों के लिए रोजाना बैंड का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है ताकि पर्यटक बैंड का लुत्फ उठा सकें.
सरोवर नगरी में पर्यटन सीजन में बैंड स्टैंड में 80 के दशक से आर्मी, पुलिस और पीएसी की बैंड टीमों द्वारा बैंड बजाया जाता है, ताकि नैनीताल आने वाले पर्यटक उत्तराखंड की संस्कृति से रूबरू हो सकें. ब्रिटिश शासन काल के समय से नैनीताल के मल्लीताल क्षेत्र सामाजिक, सांस्कृतिक व राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र रहा था जिसको देखते हुए ब्रिटिशकाल में मल्लीताल झील किनारा बैंड स्टैंड बना.
ये भी पढ़ेंः IMA POP: जेंटलमैन कैडेट्स के अंतिम पग भरते ही 'आसमान' से हुई फूलों की बारिश
ब्रिटिश शासन काल में रानीखेत वीक के दौरान बैंड बजता था उस दौर में ब्रिटेन के राजा के जन्मदिन पर भी बैंड बजता था. साथ ही पोलो और घुड़सवारी होती थी. विश्व युद्ध से पहले नैनीताल युद्ध, मनोरंजन सोसाइटी बैंड स्टैंड का संचालन करती थी.
1919 में नैनीताल में भारी बरसात से बैंड स्टैंड समेत अन्य संपत्तियों को व्यापक नुकसान हुआ जिसके बाद नगर पालिका के सभासद जिम कॉर्बेट द्वारा इन संपत्तियों के पुनर्निर्माण के लिए 8,169 रुपये प्रदान किए गए, जिसमें से 3,519 रुपये बैंड स्टैंड की मरम्मत में खर्च हुए. नैनीताल के मामलों के जानकार बताते हैं, कि 700 के दशक के बाद सीजन में बैंड स्टैंड में नियमित बैंड बजता रहा है. जिसका हर साल पर्यटक जम कर लुत्फ उठाते हैं साथ ही बैंड स्टेंड में दूर-दराज के सैलानी सेल्फी व फोटोग्राफी करते हैं.