रामनगर: पौड़ी के दीवा रेंज के धूमाकोट क्षेत्र में आबादी के पास लगातार नजर आ रहे एक नर बाघ को कॉर्बेट पार्क की टीम ने रेस्क्यू किया. इसके बाद उसे कालागढ़ टाइगर रिजर्व में छोड़ दिया है. इससे पहले बाघ का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया गया, फिर रेडियो कॉलर लगाकर उसे कोर जोन में सुरक्षित छोड़ा गया.
बता दें कि यह नर बाघ लगातार धूमाकोट क्षेत्र में घूमता नजर आ रहा था. ग्रामीणों का कहना था कि बाघ कई बार आक्रामक भी हो रहा था. ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन प्रभाग पौड़ी के दीवा रेंज के अधिकारियों को दी थी. इसके बाद बाघ के रेस्क्यू के लिए उच्चाधिकारियों को इसकी सूचना दी गई.
वहीं, उच्चाधिकारियों से अनुमति मिलने के बाद बीते 27 अक्टूबर को बाघ का रेस्क्यू किया गया. इस अभियान में कॉर्बेट नेशनल पार्क के वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी दुष्यंत शर्मा और कॉर्बेट प्रशासन की टीम ने बाघ की मॉनिटरिंग की.
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उधर, सफल रेस्क्यू के बाद कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की टीम ने बाघ के स्वास्थ्य जांच के लिए उसे ढेला रेंज स्थित रेस्क्यू सेंटर लाया. जहां वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी ने बाघ का स्वास्थ्य परीक्षण किया. परीक्षण के बाद बाघ का स्वास्थ्य सही पाया गया. ऐसे में बाघ को जंगल में सर्वाइवल के लिए उचित पाए जाने के बाद उस पर रेडियो कॉलर लगाया गया.
वहीं, कॉर्बेट पार्क प्रशासन ने टाइगर रिजर्व के अंतर्गत कोर जोन में बाघ को सुरक्षित छोड़ दिया. अब कॉर्बेट प्रशासन रोजाना इस बाघ की गश्त पर रेडियो टेलीमेट्री (Wildlife Radio Telemetry) के माध्यम से निगरानी करेगा. ताकि, बाघ की स्वास्थ्य के साथ उसके मूवमेंट पर नजर रखी जा सके.