हल्द्वानी: प्रदेश में गन्ना माफिया पेराई सत्र में देरी और चीनी मिल की लापरवाही का फायदा उठा रहे हैं. कई किसान इन दिनों चोरी छुपे रात के अंधेरे में गन्ने को उत्तर प्रदेश ले जाकर गन्ना माफिया को बेच रहे हैं. जिसके कारण राज्य सरकार को राजस्व का काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. ऐसे में जिला प्रशासन और गन्ना विभाग ने एक टीम का गठन किया है. जोकि गन्ना माफिया पर लगातार नजर बनाए रखेगी और ऐसी कोई शिकायत मिलने पर उनपर सख्त कार्रवाई करेगी.
दरअसल, प्रदेश के कई चीनी मिल अभी भी बंद पड़े हैं. जिसके चलते किसान अपने गन्ने की फसल को समय पर बेच नहीं पा रहे हैं. मजबूरन किसानों को अपना गन्ना अवैध तरीके से औने-पौने दामों में बेचना पड़ रहा है. इसी को लेकर जिला प्रशासन और गन्ना विभाग ने गन्ना माफिया के खिलाफ एक टीम का गठन किया है. इस अभियान के तहत उधम सिंह नगर के बाजपुर में एक दर्जन से अधिक गन्ने के ट्रालियों के खिलाफ करवाई की गई.
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गन्ना आयुक्त ललित मोहन रयाल ने बताया कि प्रदेश के अधिकतर चीनी मिलों में गन्ने की पेराई शुरू हो चुकी है. कुछ मिलें बची हुई हैं, जहां जल्द ही पेराई शुरू कर दी जाएगी. उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के सीमावर्ती इलाकों से लगातार उत्तर प्रदेश के कुछ चीनी मिलों में गन्ना बेचने की शिकायत मिल रही थी. जिसके बाद जिला प्रशासन और गन्ना विभाग ने मिलकर एक टीम गठित की है. ये टीम इन माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है.