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गन्ना माफिया पर रहेगी प्रशासन की नजर, शिकायत मिलने पर होगी सख्त कार्रवाई - hindi latest news

उत्तराखंड के सीमावर्ती इलाकों से लगातार उत्तर प्रदेश के कुछ चीनी मिलो में गन्ना बेचने की शिकायत मिल रही थी. जिसके बाद जिला प्रशासन और गन्ना विभाग ने मिलकर एक टीम गठित की है. ये टीम गन्ना माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है.

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गन्ना आयुक्त ललित मोहन रयाल.
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Published : Nov 27, 2019, 8:53 PM IST

हल्द्वानी: प्रदेश में गन्ना माफिया पेराई सत्र में देरी और चीनी मिल की लापरवाही का फायदा उठा रहे हैं. कई किसान इन दिनों चोरी छुपे रात के अंधेरे में गन्ने को उत्तर प्रदेश ले जाकर गन्ना माफिया को बेच रहे हैं. जिसके कारण राज्य सरकार को राजस्व का काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. ऐसे में जिला प्रशासन और गन्ना विभाग ने एक टीम का गठन किया है. जोकि गन्ना माफिया पर लगातार नजर बनाए रखेगी और ऐसी कोई शिकायत मिलने पर उनपर सख्त कार्रवाई करेगी.

गन्ना आयुक्त ललित मोहन रयाल.

दरअसल, प्रदेश के कई चीनी मिल अभी भी बंद पड़े हैं. जिसके चलते किसान अपने गन्ने की फसल को समय पर बेच नहीं पा रहे हैं. मजबूरन किसानों को अपना गन्ना अवैध तरीके से औने-पौने दामों में बेचना पड़ रहा है. इसी को लेकर जिला प्रशासन और गन्ना विभाग ने गन्ना माफिया के खिलाफ एक टीम का गठन किया है. इस अभियान के तहत उधम सिंह नगर के बाजपुर में एक दर्जन से अधिक गन्ने के ट्रालियों के खिलाफ करवाई की गई.

पढ़ें- संदिग्ध परिस्थितियों में विवाहिता की मौत, ससुराल पक्ष पर हत्या का आरोप

गन्ना आयुक्त ललित मोहन रयाल ने बताया कि प्रदेश के अधिकतर चीनी मिलों में गन्ने की पेराई शुरू हो चुकी है. कुछ मिलें बची हुई हैं, जहां जल्द ही पेराई शुरू कर दी जाएगी. उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के सीमावर्ती इलाकों से लगातार उत्तर प्रदेश के कुछ चीनी मिलों में गन्ना बेचने की शिकायत मिल रही थी. जिसके बाद जिला प्रशासन और गन्ना विभाग ने मिलकर एक टीम गठित की है. ये टीम इन माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है.

हल्द्वानी: प्रदेश में गन्ना माफिया पेराई सत्र में देरी और चीनी मिल की लापरवाही का फायदा उठा रहे हैं. कई किसान इन दिनों चोरी छुपे रात के अंधेरे में गन्ने को उत्तर प्रदेश ले जाकर गन्ना माफिया को बेच रहे हैं. जिसके कारण राज्य सरकार को राजस्व का काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. ऐसे में जिला प्रशासन और गन्ना विभाग ने एक टीम का गठन किया है. जोकि गन्ना माफिया पर लगातार नजर बनाए रखेगी और ऐसी कोई शिकायत मिलने पर उनपर सख्त कार्रवाई करेगी.

गन्ना आयुक्त ललित मोहन रयाल.

दरअसल, प्रदेश के कई चीनी मिल अभी भी बंद पड़े हैं. जिसके चलते किसान अपने गन्ने की फसल को समय पर बेच नहीं पा रहे हैं. मजबूरन किसानों को अपना गन्ना अवैध तरीके से औने-पौने दामों में बेचना पड़ रहा है. इसी को लेकर जिला प्रशासन और गन्ना विभाग ने गन्ना माफिया के खिलाफ एक टीम का गठन किया है. इस अभियान के तहत उधम सिंह नगर के बाजपुर में एक दर्जन से अधिक गन्ने के ट्रालियों के खिलाफ करवाई की गई.

पढ़ें- संदिग्ध परिस्थितियों में विवाहिता की मौत, ससुराल पक्ष पर हत्या का आरोप

गन्ना आयुक्त ललित मोहन रयाल ने बताया कि प्रदेश के अधिकतर चीनी मिलों में गन्ने की पेराई शुरू हो चुकी है. कुछ मिलें बची हुई हैं, जहां जल्द ही पेराई शुरू कर दी जाएगी. उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के सीमावर्ती इलाकों से लगातार उत्तर प्रदेश के कुछ चीनी मिलों में गन्ना बेचने की शिकायत मिल रही थी. जिसके बाद जिला प्रशासन और गन्ना विभाग ने मिलकर एक टीम गठित की है. ये टीम इन माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है.

Intro:sammry- उत्तराखंड के सीमावर्ती इलाकों से उत्तर प्रदेश में अवैध तरीके से गन्ना का कारोबार गन्ना माफियो पर शिकंजा टीम गठित। एंकर- प्रदेश में गन्ना पेराई में देरी और चीनी मिलो की लापरवाही का फायदा गन्ना माफिया उठा रहे हैं । प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों के सैकड़ों किसान इन दिनों चोरी छुपे रात के अंधेरे में अपने गन्ने को उत्तर प्रदेश ले जाकर गन्ना माफियाओं से मिल निजी चीनी मीलो को बेच रहे हैं ऐसे में किसानों के साथ-साथ प्रदेश सरकार को भी नुकसान हो रहा है। ऐसा ही मामला उधम सिंह नगर के बाजपुर में देखने को मिला है जहां बीते दिनों गन्ना विभाग और जिला प्रशासन 1 दर्जन से अधिक गन्ने के ट्रालियों पर करवाई किया है जो उत्तर प्रदेश को जा रहे थे।


Body:गन्ना आयुक्त ललित मोहन रयाल ने बताया कि प्रदेश के अधिकतर चीनी मिलों में गन्ने की पेराई शुरू हो चुकी है। कुछ मिले बची हुई है जहां जल्द पेराई शुरू हो जाएगी। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के सीमावर्ती इलाकों से उत्तर प्रदेश के कुछ चीनी मिलो में गन्ना ले जाकर बेचने की शिकायत मिल रही थी जिसके बाद जिला प्रशासन और गन्ना विभाग के साथ टीम गठित की गई है कि किसी भी किसान द्वारा उत्तराखंड से उत्तर प्रदेश को गन्ना बेचने की शिकायत मिलेगी तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। बाइट -ललित मोहन रयाल गन्ना आयुक्त उत्तराखंड


Conclusion:गौरतलब है कि उत्तराखंड में किसानों के गन्ने खेत में खड़े होकर सूखने के कगार पर हैं। प्रदेश के कई चीनी मिले अभी भी बंद हैं जिसके चलते किसान अपने गन्ने की फसल को समय पर बेच नहीं पा रहे हैं। मजबूरन किसान गन्ना माफियाओं के चुंगल में फंस रहे हैं और अपने गन्ने को औने पौने दाम में उत्तर प्रदेश के चीनी मिलो को बेचने को मजबूर हैं।
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