ETV Bharat / state

बीमार लक्ष्मी हथिनी की हालत नाजुक, डॉक्टरों ने दी रेस्क्यू सेंटर भेजने की सलाह

रामनगर वन प्रभाग ने निजी पालतू हाथियों का जब्तीकरण करने के बाद उन्हें आम डंडा स्थित अस्थाई हाथी खाने में रखा हुआ है. जहां लक्ष्मी नामक हथिनी के पैरों में संक्रमण और सूजन बढ़ने के कारण टीम ने उपचार के लिए सुविधायुक्त जगह शिफ्ट करने की हिदायत दी है.

author img

By

Published : Jun 21, 2019, 11:47 PM IST

बीमार लक्ष्मी हथिनी की हालत नाजुक.

रामनगर: हाथियों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए डॉक्टरों और विशेषज्ञों का एक दल रामनगर वन प्रभाग पहुंचा. इस दल ने हाथियों का निरीक्षण कर लक्ष्मी नामक बीमार हथिनी के स्वास्थ्य को नाजुक बताया. साथ ही लक्ष्मी के उपचार के लिए रेस्क्यू सेंटर भेजे जाने की सलाह दी.

बीमार लक्ष्मी हथिनी की हालत नाजुक.

रामनगर वन प्रभाग ने निजी पालतू हाथियों का जब्तीकरण करने के बाद उन्हें आम डंडा स्थित अस्थाई हाथी खाने में रखा हुआ है. इन हाथियों में से लक्ष्मी नामक हथनी के दोनों पांव में संक्रमण होने के कारण उसकी हालत नाजुक बनी हुई है. प्रमुख वन संरक्षक उत्तराखंड के द्वारा गठित की गई टीम शुक्रवार को इन हाथियों का परीक्षण करने के लिए रामनगर पहुंची. इस टीम में पंतनगर विश्वविद्यालय के डॉक्टर, वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट देहरादून, आईवीआर बरेली, चिड़ियाघर नैनीताल शामिल थे.

लक्ष्मी नामक हथिनी के पैरों में संक्रमण और सूजन बढ़ने के कारण टीम ने उपचार के लिए सुविधायुक्त जगह शिफ्ट करने की हिदायत दी है.

ये भी पढ़ें: चारधाम: श्रद्धा ने तोड़े सभी रिकॉर्ड, 43 दिनों में आंकड़ा 20 लाख के पार

बता दें कि लगभग 10 माह पूर्व हाईकोर्ट के आदेश के बाद रामनगर वन प्रभाग ने निजी पालतू 8 हाथियों को जब्त किया था. इन हाथियों से सैलानियों को लुभाने के लिए रोड सफारी कराई जाती थी, जबकि हाथियों द्वारा कराई जा रही सफारी पूरी तरह अवैध थी. हाईकोर्ट ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई के बाद इन्हें जब्त करने का आदेश रामनगर वन प्रभाग को दे दिया गया था. तब से यह हाथी रामनगर वन प्रभाग की निगरानी में पल रहे हैं.

रामनगर: हाथियों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए डॉक्टरों और विशेषज्ञों का एक दल रामनगर वन प्रभाग पहुंचा. इस दल ने हाथियों का निरीक्षण कर लक्ष्मी नामक बीमार हथिनी के स्वास्थ्य को नाजुक बताया. साथ ही लक्ष्मी के उपचार के लिए रेस्क्यू सेंटर भेजे जाने की सलाह दी.

बीमार लक्ष्मी हथिनी की हालत नाजुक.

रामनगर वन प्रभाग ने निजी पालतू हाथियों का जब्तीकरण करने के बाद उन्हें आम डंडा स्थित अस्थाई हाथी खाने में रखा हुआ है. इन हाथियों में से लक्ष्मी नामक हथनी के दोनों पांव में संक्रमण होने के कारण उसकी हालत नाजुक बनी हुई है. प्रमुख वन संरक्षक उत्तराखंड के द्वारा गठित की गई टीम शुक्रवार को इन हाथियों का परीक्षण करने के लिए रामनगर पहुंची. इस टीम में पंतनगर विश्वविद्यालय के डॉक्टर, वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट देहरादून, आईवीआर बरेली, चिड़ियाघर नैनीताल शामिल थे.

लक्ष्मी नामक हथिनी के पैरों में संक्रमण और सूजन बढ़ने के कारण टीम ने उपचार के लिए सुविधायुक्त जगह शिफ्ट करने की हिदायत दी है.

ये भी पढ़ें: चारधाम: श्रद्धा ने तोड़े सभी रिकॉर्ड, 43 दिनों में आंकड़ा 20 लाख के पार

बता दें कि लगभग 10 माह पूर्व हाईकोर्ट के आदेश के बाद रामनगर वन प्रभाग ने निजी पालतू 8 हाथियों को जब्त किया था. इन हाथियों से सैलानियों को लुभाने के लिए रोड सफारी कराई जाती थी, जबकि हाथियों द्वारा कराई जा रही सफारी पूरी तरह अवैध थी. हाईकोर्ट ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई के बाद इन्हें जब्त करने का आदेश रामनगर वन प्रभाग को दे दिया गया था. तब से यह हाथी रामनगर वन प्रभाग की निगरानी में पल रहे हैं.

Intro:summary-जब्त किए हाथियों का परीक्षण करने पहुँची टीम ने हाथियों का परीक्षण किया। लक्ष्मी नामक हथिनी की स्तिथि को देखते उपचार के लिए बाहर शिफ्ट किये जाने की बात कही।खुले में लक्ष्मी को रखना उसके लिए हानिकारक बताया।लक्ष्मी के दोनों पाँव की स्तिथि को डॉक्टरों के दल ने बहुत नाजुक बताया।

इंट्रो- रामनगर वन प्रभाग द्वारा जब्त किए गए निजी हाथियों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए डॉक्टरों और विशेषज्ञों का एक दल रामनगर पहुंचा। इस दल ने हाथियों का निरीक्षण करने के बाद लक्ष्मी नामक बीमार हथिनी के स्वास्थ्य को नाजुक बताते हुए उसके उपचार के लिए रेस्क्यू सेंटर भेजे जाने की सलाह दी।


Body:वीओ- रामनगर वन प्रभाग द्वारा निजी पालतू हाथियों का जब्ती करण करने के बाद उन्हें आम डंडा स्थित अस्थाई हाथी खाने में रखा गया है।इन हाथियों में से लक्ष्मी नामक हथनी के दोनों पांव में संक्रमण होने के कारण उसकी हालत बहुत नाजुक है प्रमुख वन संरक्षक उत्तराखंड के द्वारा गठित की गई टीम शुक्रवार को इन हाथियों का परीक्षण करने के लिए रामनगर पहुंची।जिसमें पंतनगर विश्वविद्यालय के डॉक्टर,वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट देहरादून, आईवीआर बरेली,चिड़ियाघर नैनीताल से विशेषज्ञों की एक टीम रामनगर पहुंची।साथ ही कॉर्बेट के पशु चिकित्सकों की टीम ने इन सभी के साथ संयुक्त रूप से जब्त किये गये सातों हाथियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया।और बीमार हाथियों का उपचार किया।लक्ष्मी नामक हथिनी के दोनों आगे के पांव में संक्रमण फैलने के कारण उसकी स्थिति बहुत नाजुक है। डॉक्टर एस एल सिंह की मानें तो लक्ष्मी के उपचार के लिए इस स्थाई खाने की स्थिति सही नहीं है यह एक खुली जगह है यहां पर धूल मिट्टी अधिक है तथा यहां के लोगों के चलने से भी धूल मिट्टी उड़ रही है जिससे फैल रहे हैं।साथ ही मक्खी मच्छर भी परेशान कर रहे हैं जिससे लक्ष्मी के पैरों में संक्रमण और सूजन बढ़ रही है हथिनी लक्ष्मी के उपचार के लिए उसे किसी ऐसी जगह शिफ्ट किया जाना चाहिए जहां पूरी सुविधा उपलब्ध हो सके।गौरतलब है कि लगभग 10 माह पूर्व हाई कोर्ट के आदेश के बाद रामनगर वन प्रभाग ने निजी पालतू 8 हाथियों को जब्त कर लिया गया था। इन हाथियों से सैलानियों को लुभाने के लिए रिजल्ट स्वामियों द्वारा रोड सफारी कराई जाती थी। हाथियों द्वारा कराई जा रही सफारी पूरी तरह अवैध थी ।रिजॉर्ट स्वामियों के पास इन्हें पालने का लाइसेंस था ना कि इनसे कमर्शियल एक्टिविटी कराने की कोई अनुमति थी। हाईकोर्ट ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई के बाद इन्हें जब्त करने का आदेश रामनगर वन प्रभाग को दिया गया था।तभी से यह हाथी रामनगर वन प्रभाग की निगरानी में पल रहे हैं।

बाइट-1-बीपी सिंह(डीएफओ,रामनगर वन प्रभाग)
बाइट-2-डॉ.एस एल सिंह(विशेषज्ञ डॉक्टर पन्त नगर विश्व विद्यालय)



Conclusion:एफवीओ-रामनगर वन प्रभाग द्वारा जब्त किए गये हाथी सभी हाथी पूरी तरह से स्वस्थ नही है।लक्ष्मी नामक हथिनी बहुत बीमार है।जिसको स्वस्थ रखने के लिए हर सम्भव प्रयास किये जा रहे है।फिर भी वह पहले से और अधिक बीमार हो गयी है।विभाग के आलाधिकारी इसे किसी रेस्क्यू सेंटर में भेजने की बजाये।यही उपचार करा रहे है।खुले में रह कर उपचार कराने से हथिनी की स्थिति और नाजुक हो गयी है।डॉक्टरों और विशेषग्यो की टीम गठित करके इसे बचाने का दिखावा तो ज़रूर किया जा सकता है।परन्तु इसे वास्तव में विभाग बचाना चाहता है तो इसे तुरन्त रेस्क्यू सेंटर अथवा पशु चिकित्सालय भेजने की आवश्यकता है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.