रामनगर: हाथियों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए डॉक्टरों और विशेषज्ञों का एक दल रामनगर वन प्रभाग पहुंचा. इस दल ने हाथियों का निरीक्षण कर लक्ष्मी नामक बीमार हथिनी के स्वास्थ्य को नाजुक बताया. साथ ही लक्ष्मी के उपचार के लिए रेस्क्यू सेंटर भेजे जाने की सलाह दी.
रामनगर वन प्रभाग ने निजी पालतू हाथियों का जब्तीकरण करने के बाद उन्हें आम डंडा स्थित अस्थाई हाथी खाने में रखा हुआ है. इन हाथियों में से लक्ष्मी नामक हथनी के दोनों पांव में संक्रमण होने के कारण उसकी हालत नाजुक बनी हुई है. प्रमुख वन संरक्षक उत्तराखंड के द्वारा गठित की गई टीम शुक्रवार को इन हाथियों का परीक्षण करने के लिए रामनगर पहुंची. इस टीम में पंतनगर विश्वविद्यालय के डॉक्टर, वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट देहरादून, आईवीआर बरेली, चिड़ियाघर नैनीताल शामिल थे.
लक्ष्मी नामक हथिनी के पैरों में संक्रमण और सूजन बढ़ने के कारण टीम ने उपचार के लिए सुविधायुक्त जगह शिफ्ट करने की हिदायत दी है.
ये भी पढ़ें: चारधाम: श्रद्धा ने तोड़े सभी रिकॉर्ड, 43 दिनों में आंकड़ा 20 लाख के पार
बता दें कि लगभग 10 माह पूर्व हाईकोर्ट के आदेश के बाद रामनगर वन प्रभाग ने निजी पालतू 8 हाथियों को जब्त किया था. इन हाथियों से सैलानियों को लुभाने के लिए रोड सफारी कराई जाती थी, जबकि हाथियों द्वारा कराई जा रही सफारी पूरी तरह अवैध थी. हाईकोर्ट ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई के बाद इन्हें जब्त करने का आदेश रामनगर वन प्रभाग को दे दिया गया था. तब से यह हाथी रामनगर वन प्रभाग की निगरानी में पल रहे हैं.