ETV Bharat / state

गन्ना किसानों का सरकार पर 274 करोड़ बकाया, आयुक्त ने जल्द भुगतान का दिया आश्वासन

किसानों के आय को दोगुना करने की बात करने वाली डबल इंजन सरकार गन्ना किसानों का 274 करोड़ रुपया दबाकर बैठी है.

गन्ना किसान
author img

By

Published : Aug 30, 2019, 3:57 PM IST

हल्द्वानीः सरकारें किसानों की आय दोगुनी करने की बात तो करती हैं, लेकिन किसानों का किस तरह से शोषण हो रहा है इसका उदाहरण गन्ना विभाग में देखने को मिल रहा है. सरकार पिछले गन्ना पेराई सत्र का प्रदेश के लाखों किसानों का अभी भी 274 करोड़ की रकम दबाकर बैठी है.

पिछले पेराई सत्र की बकाया धनराशि किसानों को नहीं मिली.

इन किसानों के भुगतान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है. गन्ना आयुक्त ललित मोहन रयाल ने बताया कि पिछले पेराई सत्र में गन्ना किसानों से चीनी मिलों द्वारा करीब 1170 करोड़ के गन्ने की खरीदारी की गई थी. जिसमें 896 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है, जबकि 274 करोड़ रुपए का अभी भी बकाया है.

उन्होंने बताया कि हरिद्वार के इकबालपुर चीनी मिल पर सबसे सबसे ज्यादा गन्ने का भुगतान बकाया है. भुगतान के लिए जिला प्रशासन द्वारा चीनी की नीलामी प्रक्रिया की जा रही है. उम्मीद जताई जा रही है कि आगामी पेराई सत्र से पहले बकाया गन्ने किसानों का भुगतान कर दिया जाएगा.

यह भी पढ़ेंः अवैध वसूली कर रहे युवकों की हुई जमकर धुनाई, कांग्रेस नेता के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज

नवंबर से आगामी पेराई सत्र शुरू होने जा रहा है लेकिन गन्ना किसानों का बकाया अभी तक भुगतान नहीं होना उनका रोजी-रोटी का संकट बन रहा है. वहीं अब किसान गन्ना की खेती से भी मुंह मोड़ने की तैयारी में हैं.

किसानों के आय को दोगने ने करने की बात करने वाली डबल इंजन सरकार गन्ना किसानों का 274 करोड़ रुपया दबा कर बैठी है. आगामी गन्ना पेराई सत्र आने वाला है लेकिन पिछले पेराई सत्र के लाखों गन्ना किसानों का लगभग 274 करोड़ का बकाया भुगतान अभी तक नहीं की है जिसके चलते किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

हल्द्वानीः सरकारें किसानों की आय दोगुनी करने की बात तो करती हैं, लेकिन किसानों का किस तरह से शोषण हो रहा है इसका उदाहरण गन्ना विभाग में देखने को मिल रहा है. सरकार पिछले गन्ना पेराई सत्र का प्रदेश के लाखों किसानों का अभी भी 274 करोड़ की रकम दबाकर बैठी है.

पिछले पेराई सत्र की बकाया धनराशि किसानों को नहीं मिली.

इन किसानों के भुगतान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है. गन्ना आयुक्त ललित मोहन रयाल ने बताया कि पिछले पेराई सत्र में गन्ना किसानों से चीनी मिलों द्वारा करीब 1170 करोड़ के गन्ने की खरीदारी की गई थी. जिसमें 896 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है, जबकि 274 करोड़ रुपए का अभी भी बकाया है.

उन्होंने बताया कि हरिद्वार के इकबालपुर चीनी मिल पर सबसे सबसे ज्यादा गन्ने का भुगतान बकाया है. भुगतान के लिए जिला प्रशासन द्वारा चीनी की नीलामी प्रक्रिया की जा रही है. उम्मीद जताई जा रही है कि आगामी पेराई सत्र से पहले बकाया गन्ने किसानों का भुगतान कर दिया जाएगा.

यह भी पढ़ेंः अवैध वसूली कर रहे युवकों की हुई जमकर धुनाई, कांग्रेस नेता के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज

नवंबर से आगामी पेराई सत्र शुरू होने जा रहा है लेकिन गन्ना किसानों का बकाया अभी तक भुगतान नहीं होना उनका रोजी-रोटी का संकट बन रहा है. वहीं अब किसान गन्ना की खेती से भी मुंह मोड़ने की तैयारी में हैं.

किसानों के आय को दोगने ने करने की बात करने वाली डबल इंजन सरकार गन्ना किसानों का 274 करोड़ रुपया दबा कर बैठी है. आगामी गन्ना पेराई सत्र आने वाला है लेकिन पिछले पेराई सत्र के लाखों गन्ना किसानों का लगभग 274 करोड़ का बकाया भुगतान अभी तक नहीं की है जिसके चलते किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

Intro:sammry- गन्ना भुगतान बकाया गन्ना किसान परेशान ( इस खबर में गन्ने का विजुअल मेल से उठा ले जबकि बाइट मौजों से) एंकर- किसानों के आय को दुगने ने करने की बात करने वाली डबल इंजन सरकार गन्ना किसानों का 274 करोड़ रुपया दबा कर बैठी है।आगामी गन्ना पेराई सत्र आने वाला है लेकिन पिछले पेराई सत्र के लाखों गन्ना किसानों का लगभग 274 करोड़ का बकाया भुगतान अभी तक नही की है जिसके चलते किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।


Body: सरकारें किसानों की आय दोगुनी करने की बात तो करती है लेकिन किसानों का किस तरह से शोषण हो रहा है इसका उदाहरण गन्ना विभाग में देखने को मिल रहा है ।सरकार पिछले गन्ना पेराई सत्र का प्रदेश के लाखों किसानों का अभी भी 274 करोड़ रुपया का रकम दबा कर बैठी है लेकिन इन किसानों की भुगतान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। गन्ना आयुक्त ललित मोहन रयाल ने बताया कि पिछले पेराई सत्र में गन्ना किसानों से चीनी मिलों द्वारा क़रीब 1170 करोड़ का गन्ने की खरीदारी की गई थी जिसमें 896 करोड का भुगतान किया जा चुका है जबकि 274 करोड रुपए का अभी भी बकाया है। उन्होंने बताया कि हरिद्वार के इकबालपुर चीनी मिल पर सबसे सबसे ज्यादा गन्ने का भुगतान बकाया है। भुगतान पूर्ति के लिए जिला प्रशासन द्वारा चीनी की नीलामी प्रक्रिया की जा रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि आगामी पेराई सत्र से पहले बकाया गन्ने किसानों का भुगतान कर दिया जाएगा। इस खबर में गन्ने का विजुअल मेल से उठा ले जबकि बाइट मौजों से


Conclusion:नवंबर से आगामी पेराई सत्र शुरू होने जा रहा है लेकिन गन्ना किसानों का बकाया अभी तक भुगतान नहीं होना उनका रोजी-रोटी का संकट बन रहा है । वहीं अब किसान गन्ना की खेती से भी मुंह मोड़ने की तैयारी में है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.