हल्द्वानी: जिला प्रशासन द्वारा स्टोन क्रेशरों पर कार्रवाई के बाद स्टोन क्रेशर एसोसिएशन ने शनिवार रात से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है. स्टोन क्रेशर स्वामी के हड़ताल पर चले जाने के बाद भवन निर्माण के लिए मिलने वाले रेता बजरी का संकट पैदा हो जाएगा. वहीं, सरकार को भी राजस्व का खासा नुकसान होगा. स्टोन क्रेशर एसोसिएशन ने उप जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज उत्पीड़न नहीं करने की मांग की है.
स्टोर क्रेशर एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश अग्रवाल ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा स्टोन क्रेशर स्वामियों का कार्रवाई के नाम पर उत्पीड़न किया जा रहा है. जिला प्रशासन और खनन विभाग द्वारा अवैध भंडारण को लेकर नाप जोख की जा रही है जो पूरी तरह से गलत प्रक्रिया है.
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स्टोन क्रेशर संचलाकों का आरोप है कि विभाग ने स्टोन क्रेशर में रखे गए भंडारण के नाप जोख तौल काटे से न कर मीटर फीता द्वारा करने की बात कही है. स्टोन क्रेशर द्वारा नदियों से खनिज कंप्यूटराइज कांटे द्वारा खरीदा जाता है. ऐसे में जिला प्रशासन स्टोन क्रेशर में रखे गए भंडारण की नाप जोख गलत तरीके से कर स्टोन क्रेशर स्वामियों के ऊपर मनमाफिक जुर्माना लगाकर उत्पीड़न कर रहा है.
स्टोन क्रेशर के अध्यक्ष राजेश अग्रवाल ने बताया कि जिला प्रशासन की नीतियों के खिलाफ शनिवार रात से जिले के करीब 20 स्टोन क्रेशर अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल पर जा रहे हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर कहा कि इस समस्या का समाधान जल्द निकाला जाए और स्टोन क्रेशर स्वामियों का उत्पीड़न बंद किया जाए.