नैनीताल: जिले में महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा बनाए जा रहे स्थानीय उत्पादों (Uttarakhand Local Products) को देश-विदेश तक पहुंचाने के लिए जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल (District Magistrate Dhiraj Garbyal) ने प्रयास तेज कर दिए हैं. जिलाधिकारी ने बताया कि नैनीताल जिले में 3396 महिला स्वयं सहायता समूह पंजीकृत हैं, जो स्थानीय उत्पादों को देश-विदेश तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं. उनके द्वारा समूहों के उत्पादों को देश-विदेश तक पहुंचाने के लिए महिला समूह को देश के अन्य राज्यों में लगने वाली हाट बाजारों, मेले, राज्य महोत्सव में भेजा जाएगा.
जिलाधिकारी ने की पहल: इससे स्थानीय उत्पादों को देश-विदेश में पहचान मिलेगी. साथ ही स्थानीय महिलाओं की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी. जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने नगर पालिका द्वारा लगाई गई हाट बाजार का निरीक्षण किया. इस दौरान महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों की जिलाधिकारी ने तारीफ की. महिला समूह से जुड़ी महिलाओं ने बताया कि इन दिनों नैनीताल में आने वाले पर्यटक महिलाओं द्वारा बनाए गए स्थानीय उत्पाद विशेषकर बड़ी, पहाड़ी नमक, ऐपण, ऊन के गर्म कपड़े समेत आर्ट एंड क्राफ्ट के सामान की जमकर खरीदारी कर रहे हैं.
पढ़ें-G20 के मंच पर धूम मचाएंगे उत्तराखंड से 13 प्रोडक्ट, जानिए इनकी खासियत
लोगों की आर्थिकी होगी मजबूत: इतना ही नहीं पर्यटक उनके उत्पादों को ऑनलाइन मंगवाने की भी जानकारी ले रहे हैं. निरीक्षण के दौरान पालिकाध्यक्ष सचिन नेगी, अधिशासी अधिकारी आलोक उनियाल, पूजा चंद्रा और स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने संयुक्त रूप से जिलाधिकारी को कुमाऊंनी ऐपण भेंट किया. इस मौके पर जिलाधिकारी ने वहां लगे सभी 26 स्टॉलों के उत्पादों को देखा. बता दें कि प्रशासन अब स्थानीय उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराने की तैयारी में जुट गया है. जिले के स्थानीय उत्पादों को अब एक देश दुनिया के बाजार में पहचान मिलेगी. उत्पादों का कारोबार बढ़ने से रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे, जिससे लोगों की आर्थिकी मजबूत होगी. इसके लिए नैनीताल डीएम स्थानीय उत्पादकों की हर संभव मदद कर रहे हैं.