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श्रावण मास का आज दूसरा सोमवार, कोरोना के भय से भक्त नहीं पहुंच रहे मंदिर

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Published : Jul 13, 2020, 9:25 AM IST

सावन महीने का आज दूसरा सोमवार है लेकिन कोरोना के भय से भगवान शिव के मंदिरों में भक्त बहुत कम संख्या में पहुंच रहे हैं.

Haldwani Sawan News
हल्द्वानी सावन न्यूज

हल्द्वानी: श्रावण मास का आज दूसरा सोमवार है लेकिन मंदिरों में भीड़ नहीं है. कोविड-19 के चलते अधिकतर मंदिरों में भक्तों की आवाजाही बंद है. ऐसे में श्रावण मास शुरू होने के बाद भी लोग देवालयों में पूजा-पाठ के लिए नहीं जा रहे हैं. कोरोना संक्रमण की वजह से सरकार ने मंदिरों में नियम के तहत पूजा-पाठ करने की छूट दी है. लेकिन अधिकतर मंदिर समितियों द्वारा मंदिरों में भक्तों के आने पर प्रतिबंध है या सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करा कर पूजा-पाठ करायी जा रही है.

श्रावण मास का आज दूसरा सोमवार.

सावन के महीने में भगवान शिव के जलाभिषेक का विशेष महत्व है. मान्यता है कि सावन के सोमवार को जलाभिषेक से मनोकामना पूर्ण होती है. मंदिर के पुजारी और अध्यात्म से जुड़े लोगों का मानना है कि covid-19 के मद्देनजर भक्त घर में ही रहकर जलाभिषेक करें. उन्होंने बताया कि मिट्टी के बने शिवलिंग की पार्थिव पूजा करने से सभी कष्ट दूर होते हैं और मनवांछित फल की प्राप्ति होती है.

पढ़ें- मैदानी इलाके बन रहे कोरोना के सेंटर, पहाड़ों में संक्रमण हुआ कम

हल्द्वानी के बेरीपड़ाव स्थित अष्टादश भुजा मंदिर के महामंडलेश्वर सोमेश्वर दास यति जी महाराज ने बताया कि श्रावण का मास बहुत ही पवित्र महीना माना जाता है. भगवान शिव की आराधना एवं पूजा-अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि अपने घरों में ही शिव की पूजा-आराधना करें. घर में ही रहकर भोलेनाथ की पूजा करें.

हल्द्वानी: श्रावण मास का आज दूसरा सोमवार है लेकिन मंदिरों में भीड़ नहीं है. कोविड-19 के चलते अधिकतर मंदिरों में भक्तों की आवाजाही बंद है. ऐसे में श्रावण मास शुरू होने के बाद भी लोग देवालयों में पूजा-पाठ के लिए नहीं जा रहे हैं. कोरोना संक्रमण की वजह से सरकार ने मंदिरों में नियम के तहत पूजा-पाठ करने की छूट दी है. लेकिन अधिकतर मंदिर समितियों द्वारा मंदिरों में भक्तों के आने पर प्रतिबंध है या सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करा कर पूजा-पाठ करायी जा रही है.

श्रावण मास का आज दूसरा सोमवार.

सावन के महीने में भगवान शिव के जलाभिषेक का विशेष महत्व है. मान्यता है कि सावन के सोमवार को जलाभिषेक से मनोकामना पूर्ण होती है. मंदिर के पुजारी और अध्यात्म से जुड़े लोगों का मानना है कि covid-19 के मद्देनजर भक्त घर में ही रहकर जलाभिषेक करें. उन्होंने बताया कि मिट्टी के बने शिवलिंग की पार्थिव पूजा करने से सभी कष्ट दूर होते हैं और मनवांछित फल की प्राप्ति होती है.

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हल्द्वानी के बेरीपड़ाव स्थित अष्टादश भुजा मंदिर के महामंडलेश्वर सोमेश्वर दास यति जी महाराज ने बताया कि श्रावण का मास बहुत ही पवित्र महीना माना जाता है. भगवान शिव की आराधना एवं पूजा-अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि अपने घरों में ही शिव की पूजा-आराधना करें. घर में ही रहकर भोलेनाथ की पूजा करें.

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