हल्द्वानी: कुमाऊं मंडल में पहले से ही पुलिस फोर्स की भारी कमी है. ऐसे में कुमाऊं मंडल से पुलिसकर्मियों को हरिद्वार ड्यूटी के लिए भेज दिया गया है. जिसके बाद कुमाऊं मंडल में पुलिसिंग व्यवस्था चरमरा गई है. पुलिस मुख्यालय ने कांवड़ ड्यूटी के लिए कुमाऊं मंडल से पुलिस की डिमांड की थी. जिसके बाद कुमाऊं मंडल के छह जिलों से 600 पुलिसकर्मियों को भेजा गया है. जिसमें 500 कांस्टेबल, 75 उपनिरीक्षक, 15 निरीक्षक, जबकि 10 महिला उपनिरीक्षक शामिल हैं.
आईजी कुमाऊं नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि मुख्यालय के आदेश के बाद 600 पुलिसकर्मियों को कांवड़ ड्यूटी के लिए भेजा गया है. पुलिसकर्मियों को कांवड़ ड्यूटी में चले जाने से सबसे ज्यादा असर ट्रैफिक व्यवस्था पर देखा गया है, लेकिन क्राइम और ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए पुलिस कार्यालय में तैनात पुलिसकर्मियों को फील्ड में उतारा गया है. जिससे व्यवस्थाओं को ठीक किया जा सके. नई भर्ती पुलिस कर्मियों की जल्द तैनाती भी होने वाली है. करीब 1500 पुलिसकर्मी ट्रेनिंग पूरी कराने वाले हैं. जिसके बाद पुलिसिंग व्यवस्था में सुधार होगा.
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बता दें कि कुमाऊं मंडल के छह जिलों में करीब 10,000 पुलिस कर्मियों की जरूरत है, लेकिन उसके सापेक्ष में 7000 पुलिसकर्मी तैनात हैं. 600 पुलिसकर्मियों के कांवड़ ड्यूटी में चले जाने से पुलिस व्यवस्था चरमरा गई है. नैनीताल जिले में पर्यटन सीजन के साथ-साथ बरसात में आपदा संभावित क्षेत्र भी हैं. ऐसे में नैनीताल जिले से 130 पुलिसकर्मियों के चले जाने से सबसे अधिक असर नैनीताल जिले पर पड़ा है, जहां पर्यटन सीजन में ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गई है.
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