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अटल आयुष्मान स्वास्थ्य योजना में फर्जीवाड़े पर हाई कोर्ट ने राज्य सरकार से मांगा जवाब

हाई कोर्ट में राज्य सरकार ने जवाब पेश करते हुए माना कि स्वास्थ्य योजना में घोटाला हो रहा है. सरकार ने बताया कि इस मामले में तीन डॉक्टरों को भी निलंबित करने के साथ ही उन पर एफआईआर दर्ज कराई गई है. सरकार ने बताया कि घोटाले में शामिल प्राइवेट अस्पताल को आयुष्मान योजना के पैनल से हटा दिया गया है.

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Published : Jun 26, 2019, 10:07 PM IST

अटल आयुष्मान स्वास्थ्य योजना में फर्जीवाड़ा

नैनीताल: देश में गरीब परिवारों के लिए केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई अटल आयुष्मान योजना में हो रहे घोटाले का मामला नैनीताल हाई कोर्ट तक पहुंच गया है. काशीपुर निवासी मुन्नी देवी विश्नोई ने हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर कर कहा है कि अटल आयुष्मान योजना के तहत प्रदेश के कई अस्पतालों में सरकारी और प्राइवेट डॉक्टर मिलकर बड़ा घोटाला कर रहे हैं. जिससे गरीबों को इस योजना का पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा है. इससे पहले नैनीताल हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की खंडपीठ ने घोटाले को लेकर राज्य सरकार को जवाब पेश करने के निर्देश दिए थे.

अटल आयुष्मान स्वास्थ्य योजना में फर्जीवाड़ा

हाई कोर्ट में राज्य सरकार ने जवाब पेश करते हुए माना कि स्वास्थ्य योजना में घोटाला हो रहा है. सरकार ने बताया कि इस मामले में तीन डॉक्टरों को भी निलंबित करने के साथ ही उन पर एफआईआर दर्ज कराई गई है. सरकार ने बताया कि घोटाले में शामिल प्राइवेट अस्पताल को आयुष्मान योजना के पैनल से हटा दिया गया है.

बता दें कि काशीपुर निवासी मुन्नीदेव बिश्नोई ने जनहित याचिका में कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई इस योजना में प्राइवेट और सरकारी अस्पताल के डॉक्टर और अधिकारी मिलकर बड़ा घोटाला कर रहे हैं. याचिकाकर्ता का कहना है कि योजना का लाभ सही लाभार्थियों को नहीं मिल रहा है. मुन्नीदेव बिश्नोई ने कहा की योजना की बीमा राशि को हड़पने के लिए फर्जी मरीज तैयार किये जा रहे हैं. वहीं मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्य न्यायाधीश रमेश रंगनाथन और न्यायाधीश आलोक कुमार वर्मा की खंडपीठ ने राज्य सरकार से इस मामले में 3 सप्ताह के भीतर जवाब पेश करने के आदेश दिए हैं.

नैनीताल: देश में गरीब परिवारों के लिए केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई अटल आयुष्मान योजना में हो रहे घोटाले का मामला नैनीताल हाई कोर्ट तक पहुंच गया है. काशीपुर निवासी मुन्नी देवी विश्नोई ने हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर कर कहा है कि अटल आयुष्मान योजना के तहत प्रदेश के कई अस्पतालों में सरकारी और प्राइवेट डॉक्टर मिलकर बड़ा घोटाला कर रहे हैं. जिससे गरीबों को इस योजना का पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा है. इससे पहले नैनीताल हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की खंडपीठ ने घोटाले को लेकर राज्य सरकार को जवाब पेश करने के निर्देश दिए थे.

अटल आयुष्मान स्वास्थ्य योजना में फर्जीवाड़ा

हाई कोर्ट में राज्य सरकार ने जवाब पेश करते हुए माना कि स्वास्थ्य योजना में घोटाला हो रहा है. सरकार ने बताया कि इस मामले में तीन डॉक्टरों को भी निलंबित करने के साथ ही उन पर एफआईआर दर्ज कराई गई है. सरकार ने बताया कि घोटाले में शामिल प्राइवेट अस्पताल को आयुष्मान योजना के पैनल से हटा दिया गया है.

बता दें कि काशीपुर निवासी मुन्नीदेव बिश्नोई ने जनहित याचिका में कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई इस योजना में प्राइवेट और सरकारी अस्पताल के डॉक्टर और अधिकारी मिलकर बड़ा घोटाला कर रहे हैं. याचिकाकर्ता का कहना है कि योजना का लाभ सही लाभार्थियों को नहीं मिल रहा है. मुन्नीदेव बिश्नोई ने कहा की योजना की बीमा राशि को हड़पने के लिए फर्जी मरीज तैयार किये जा रहे हैं. वहीं मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्य न्यायाधीश रमेश रंगनाथन और न्यायाधीश आलोक कुमार वर्मा की खंडपीठ ने राज्य सरकार से इस मामले में 3 सप्ताह के भीतर जवाब पेश करने के आदेश दिए हैं.

Intro:Summry केंद्र सरकार की अटल आयुष्मान स्वास्थ्य योजना में हो रहे घोटाले का मामला नैनीताल हाईकोर्ट की शरण में पहुंच गया है मामले को गंभीरता से लेते हुए नैनीताल हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को 3 सप्ताह के भीतर जवाब पेश करने के आदेश दिए हैं।


Intro- देश में गरीब परिवारों के लिए केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई अटल आयुष्मान योजना में हो रहे घोटाले का मामला नैनीताल हाईकोर्ट के दर तक जा पहुंचा है, क्योंकि काशीपुर निवासी मुन्नी देवी विश्नोई ने जनहित याचिका दायर कर कहा है कि प्रदेश के कई अस्पतालों में सरकारी और प्राइवेट डॉक्टर मिलकर बड़ा घोटाला कर रहे हैं,
पूर्व में नैनीताल हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की खंडपीठ ने घोटाले को लेकर राज्य सरकार को जवाब पेश करने के निर्देश दिए थे


Body:प्रदेश में हो रहे इस घोटाले के मामले में है आज राज्य सरकार ने जवाब पेश करते हुए माना कि स्वास्थ्य योजना में घोटाला हो रहा है और सरकार द्वारा घोटाला करने के मामले में तीन डॉक्टरों को निलंबित कर दिया है और उन पर एफ आई आर दर्ज कराई गई है साथ ही घोटाले में शामिल प्राइवेट अस्पताल को आयुष्मान योजना के पैनल से हटा दिया गया है,,,


Conclusion:आपको यह भी बता दें कि काशीपुर निवासी मुनिदेव बिश्नोई ने जनहित याचिका में कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई इस योजना में प्राइवेट हॉस्पिटल और सरकारी हॉस्पिटल के डॉक्टर और अधिकारी मिलकर बड़ा घोटाला कर रहे हैं,,, याचिकाकर्ता का कहना है कि योजना का लाभ सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉक्टर और अधिकारी मिलकर उन लोगों को फायदा दे रहे हैं जो बीमार है ही नहीं,,
और योजना की बीमा राशि को हड़पने के लिए फर्जी मरीज तैयार कर रहे हैं जिनको सरकारी हॉस्पिटल से प्राइवेट हॉस्पिटल में रेफर करने के लिए शहर से दूर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को चुन रहे हैं और वहां से फर्जी मरीजों को प्राइवेट हॉस्पिटल में रेफर कर रहे हैं ताकि आयुष्मान योजना के द्वारा दी जाने वाली राशि पर सेंध लगाई जा सके,,,
मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्य न्यायाधीश रमेश रंगनाथन और न्यायाधीश आलोक कुमार वर्मा की खंडपीठ ने राज्य सरकार से 3 सप्ताह के भीतर जवाब पेश करने के आदेश दिए हैं।

बाइट कौशल शाह जगाती अधिवक्ता याचिकाकर्ता।
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