नैनीताल: देश में गरीब परिवारों के लिए केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई अटल आयुष्मान योजना में हो रहे घोटाले का मामला नैनीताल हाई कोर्ट तक पहुंच गया है. काशीपुर निवासी मुन्नी देवी विश्नोई ने हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर कर कहा है कि अटल आयुष्मान योजना के तहत प्रदेश के कई अस्पतालों में सरकारी और प्राइवेट डॉक्टर मिलकर बड़ा घोटाला कर रहे हैं. जिससे गरीबों को इस योजना का पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा है. इससे पहले नैनीताल हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की खंडपीठ ने घोटाले को लेकर राज्य सरकार को जवाब पेश करने के निर्देश दिए थे.
हाई कोर्ट में राज्य सरकार ने जवाब पेश करते हुए माना कि स्वास्थ्य योजना में घोटाला हो रहा है. सरकार ने बताया कि इस मामले में तीन डॉक्टरों को भी निलंबित करने के साथ ही उन पर एफआईआर दर्ज कराई गई है. सरकार ने बताया कि घोटाले में शामिल प्राइवेट अस्पताल को आयुष्मान योजना के पैनल से हटा दिया गया है.
बता दें कि काशीपुर निवासी मुन्नीदेव बिश्नोई ने जनहित याचिका में कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई इस योजना में प्राइवेट और सरकारी अस्पताल के डॉक्टर और अधिकारी मिलकर बड़ा घोटाला कर रहे हैं. याचिकाकर्ता का कहना है कि योजना का लाभ सही लाभार्थियों को नहीं मिल रहा है. मुन्नीदेव बिश्नोई ने कहा की योजना की बीमा राशि को हड़पने के लिए फर्जी मरीज तैयार किये जा रहे हैं. वहीं मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्य न्यायाधीश रमेश रंगनाथन और न्यायाधीश आलोक कुमार वर्मा की खंडपीठ ने राज्य सरकार से इस मामले में 3 सप्ताह के भीतर जवाब पेश करने के आदेश दिए हैं.