हल्द्वानी: आम लोगों को राहत देते हुए उत्तराखंड सरकार ने रोडवेज की बसों को चलाने के निर्देश तो दे दिए हैं. लेकिन आदेश के कई दिन बाद भी रोडवेज बसें अपने स्टॉप पर खड़ी हैं. नतीजन, आम लोगों की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. लोगों को बसों के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है. रोडवेज की सुविधा नहीं मिलने से लोग टैक्सियों का सहारा ले रहे हैं, जो उनकी जेब पर भारी पड़ रहा है. कोरोना संकट के बीच सरकार ने रोडवेज की बसों के संचालन के लिए 50% सीटों के साथ किराया में दोगनी वृद्धि की है.
कुमाऊं मंडल क्षेत्रीय प्रबंधक रोडवेज यशपाल सिंह का कहना है कि परिवहन निगम द्वारा बसों का संचालन की तैयारियां पूरी कर ली गई है. बसों को सैनिटाइज करने के साथ-साथ मुख्यालय के निर्देश पर रूट प्लान तैयार किया जाएगा. जिसके बसों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि किन रूटों पर कितनी बसों की आवश्यकता है. वहां पर सवारियों की उपलब्धता को देखते हुए बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी. इसके अलावा उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों से रोडवेज की बसों की संचालन की अनुमति मिलने के बाद बसों को यहां से संचालन किया जाएगा.
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वहीं कुमाऊं मंडल के अलग-अलग रोडवेज के डिपो में करीब 350 बसों का संचालन किया जाता है. लेकिन, कोरोना संक्रामक के मद्देनजर सभी बसों का संचालन ठप है. यही नहीं बसों के संचालक ठप होने के चलते कर्मचारियों की 2 महीने का वेतन भी नहीं मिला है. जिसके चलते कर्मचारी भी परेशान है.