हल्द्वानी: नगर निगम हल्द्वानी को बने हुए सात साल से अधिक का समय हो गया है. नगर निगम बनने पर पीडब्ल्यूडी विभाग ने नगर निगम क्षेत्र की सभी सड़कों को नगर निगम के हवाले कर दिया. जिससे शहर की सड़कों को दुरुस्त रखा जा सके, लेकिन शहर की सड़कें ठीक रहने की बजाय बदहाल हो चुकी है. आलम यह है कि सड़क में पड़े गड्ढों के चलते आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं. लोग सड़क को ठीक करने के लिए कई बार प्रदर्शन और ज्ञापन भी दे चुके हैं लेकिन शहर की सड़कें पुनर्निर्माण और ठीक होने के बजाय और बदहाल हो रही हैं. जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
वहीं, नगर निगम के नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय का कहना है कि शहर की सड़कों की स्थिति खराब है. बजट नहीं मिलने के चलते सड़कों के सुधारीकरण और पैचिंग का काम नहीं हो पा रहा है. नगर निगम के मुताबिक निगम क्षेत्र के सड़कों की स्वामित्व निगम के पास है और निगम का दायित्व बनता है कि इन सड़कों को ठीक रखा जाए. ऐसे में निगम बनने के बाद से अभी तक सड़कों का पुनर्निर्माण नहीं हो पाया है. विधायक निधि सहित अन्य निधि से कुछ सड़कों का मरम्मत भी कराया गया है. इसके अलावा निगम अपने संसाधनों के माध्यम से सड़कों को ठीक करने का काम कर रहा है उम्मीद है कि बजट मिलते ही सड़कों के सुधारीकारण का काम शुरू कर दिया जाएगा.
अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी विभाग अशोक कुमार का कहना है कि नगर निगम बनने के बाद सड़कों को निगम के अधीन कर दिया गया है. शहर की सभी सड़कों को सुधारीकरण और रिपेयर का काम नगर निगम के पास है. सड़कों को सुधारने का काम निगम की जिम्मेदारी बनती है. लेकिन शासन से मिलने वाले कुछ बजट के माध्यम से कार्यदाई संस्था होने के नाते पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा उन सड़कों का पुनर्निर्माण किया जाता है. जिसके लिए निगम द्वारा एनओसी लेने के बाद सड़क को ठीक कर निगम को दे दिया जाता है. जिसके बाद सड़क की रिपेयर करने की जिम्मेदारी निगम की होती है.
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फिलहाल, आम आदमी को शहर के सड़कों के विषय में जानकारी नहीं है कि यह सड़कें नगर निगम की है या पीडब्ल्यूडी की है. लेकिन 2 विभागों के बीच सड़क निर्माण नहीं होने का खामियाजा आम जनता को उठाना पड़ रहा है.