हल्द्वानीः प्रदेश में जनजातीय बच्चों के लिए कुमाऊं में पहला सबसे बड़ा आवासीय विद्यालय जल्द खुलने जा रहा है. केंद्र सरकार से इस आवासीय विद्यालय की स्वीकृति मिल चुकी है. जिसके लिए केंद्र से 16 करोड़ से अधिक का बजट भी मिला है. वहीं, इस विद्यालय के लिए राज्य सरकार ने 15 एकड़ जमीन का चयन भी कर लिया है. जहां पर जनजातीय बच्चों के लिए आवासीय विद्यालय बनाया जाएगा. जिसमें बच्चों को निःशुल्क शिक्षा के साथ भोजन और किताबें दी जाएंगी.
समाज कल्याण मंत्री यशपाल आर्य ने बताया कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत बाजपुर में जनवरी महीने के पहले हफ्ते में जनजातीय बच्चों के लिए आवासीय विद्यालय का शिलान्यास करेंगे. इस विद्यालय में थारू, बोक्सा, भोटिया और राजी जनजाति के बच्चों के लिए मुफ्त में शिक्षा, कपड़ा, खाना समेत तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. जिससे इन समुदाय के लोगों को समाज के मुख्यधारा से जोड़ा जा सके.
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इस मौके पर कैबिनेट मंत्री आर्य ने कहा कि नए सत्र से विद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. पहले किराए के भवन में विद्यालय संचालित किया जाएगा. वहीं, एक साल के भीतर आवासीय विद्यालय का निर्माण पूरा होने के बाद बच्चों को वहां शिफ्ट कर दिया जाएगा.