हल्द्वानी: कोविड-19 के संक्रमण और लॉक डाउन के बीच जहां एक तरफ लोग बेरोजगारी की मार झेल रहे है. वहीं, अब लगातार बढ़ रहे दाल और तेल के दामों ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दी है. लॉक डाउन के बीच तेल और दाल के दामों में लगातार इजाफा देखा जा रहा है. तेल के दामों में जहां 10 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि देखी गई. वहीं, पिछले साल की तुलना में इस साल दाल के दामों में भी 10 से 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. यही नहीं कई अन्य खाद्यान्न सामग्री के दामों में भी 10 से 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.
- अरहर दाल- 80-85 रुपए से 90-100 रुपए प्रति किलो
- मसूर दाल - 70-75 रुपए से 80-85 रुपए प्रति किलो
- मलका दाल- 70-75 रुपए से 80-85 रुपए प्रति किलो
- चना दाल- 50-55 रुपए से 60-65 रुपए प्रति किलो
- उड़द दाल- 80-85 रुपए से 90-100 रुपए प्रति किलो
- मूंगदाल- 85-90 रुपए से 90-100 रुपए प्रति किलो
2019 मई माह की करें तो पिछले वर्ष-
- अरहर दाल- 65 से 70 रुपए प्रति किलो
- मसूर दाल- 50 से 55 रुपए प्रति किलो
- मलका दाल- 50 से 55 रुपए प्रति किलो
- चना दाल- 60 से 65 रुपए प्रति किलो
- उड़द दाल- 60 से 65 रुपए प्रति किलो
- मूंग दाल- 65 से 70 रुपए प्रति किलो
बता दें कि, पिछले साल केवल चने की दाल में तेजी थी, लेकिन इस साल सभी दालों के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं. हल्द्वानी दाल मंडी से कुमाऊं के अलग-अलग जिलों में रोजाना करीब 1000 से 1200 कुंटल दाल की खपत है. दुकानदारों की मानें तो इंदौर, दिल्ली और कानपुर में दाल की मुख्य मंडी हैं जहां से हल्द्वानी मंडी को सप्लाई की जाती है.
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इस बार खाद्य तेल के दामों में भी भारी उछाल देखा जा रहा है. एक महीने के भीतर तेल के दामों में 10 प्रतिशत की वृद्धि देखी जा रही है. जबकि, अभी तिलहन का सीजन है उसके बावजूद भी रेट में लगातार इजाफा देखा जा रहा है. दुकानदारों की मानें तो एक महीने पहले 90 से 95 प्रति किलो बिकने वाला खाद्य तेल अब 105 से लेकर 110 तक पहुंच गया है. कुमाऊं मंडल की तेल खपत की बात करें तो यहां रोजाना 70,000 किलो खाद्य तेलों की खपत होती है.
हल्द्वानी गल्ला मंडी के अध्यक्ष तरुण बंसल ने बताया कि फिलहाल मंडियों में तेल और दाल की आवक सामान्य बनी हुई है. दाल और तेल के दामों में थोड़ा इजाफा देखा जा रहा है. लॉक डाउन के चलते किसानों के लिए मंडी तक दाल और सरसों फैक्ट्रियों तक पहुंचने में थोड़ा दिक्कत हो रहा है जिसके चलते हैं दाल और तेल की रेट में इजाफा देखा जा रहा है.