नैनीताल: जिले के कालाढूंगी क्षेत्र में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बदहाल स्थिति में है. स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों व उपकरणों की कमी के चलते मरीजों को इसकी कीमत अपनी जान गंवाकर चुकानी पड़ रही है. नैनीताल व अन्य मार्गों पर होने वाले हादसों में मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद हल्द्वानी रेफर कर दिया जाता है.
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कालाढूंगी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में महिला डाक्टर की भी तैनाती नहीं है, जिसके चलते स्थानीय महिलाओं को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. चिकित्सकों व उपकरणों की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन के बावजूद भी प्रशासन कोई सुध नहीं ले रहा है.
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अपनी मांगों को लेकर स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों ने अस्पताल परिसर पहुंचकर तीन दिवसीय भूख हड़ताल का एलान कर दिया. जिसके बाद मौके पर पहुंचे तहसीलदार गोपाल राम आर्या और थाना अध्यक्ष दिनेश नाथ महंत ने लोगों को अश्वासन देकर धरना-प्रदर्शन स्थगित कराया.
वहीं, तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को ज्ञापन भेजकर विरोध जताया गया. ज्ञापन के माध्यम से अल्ट्रासाउंड मशीन, चिकित्सकों की तैनाती समेत कईं मांगें की गई हैं.
तहसीलदार गोपाल राम आर्या ने बताया कि अस्पताल में कुछ अनियमितताएं पाई गई हैं. जिसके संबंध में स्थानीय लोगों की तरफ से सीएम त्रिवेंद्र सिंह के नाम ज्ञापन भी सौंपा गया है जोकि जिलाधिकारी सविन बंसल को प्रेषित किया गया.