रामनगर: प्रधानमंत्री अटल आयुष्मान योजना में शामिल एक निजी अस्पताल को मरीजों का इलाज करने के बाद भुगतान नहीं मिल रहा है. ऐसे में अस्पताल प्रबंधन ने आगे इस योजना के तहत काम करने से इनकार कर दिया है. जबकि, अस्पताल 280 मरीजों का अबतक इलाज कर चुका है. बावजूद इसके संबंधित विभाग द्वारा अस्पताल को इसका पेमेंट नहीं मिला है. बताया जा रहा है कि अधिकारियों ने नियमों का हवाला देकर अस्पताल को भुगतान देने से मना किया है.
रामनगर में प्रधानमंत्री अटल आयुष्मान योजना दम तोड़ती नजर आ रही है. सरकार द्वारा इस योजना के तहत सम्मिलित अस्पताल को इलाज का पैसा नहीं दिए जाने और उल्टा नोटिस दिए जाने से नाराज अस्पताल प्रबंधन ने इस योजना पर आगे काम करने से मना कर दिया है. रविवार को अस्पताल प्रबंधन ने इस मामले में प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि अटल आयुष्मान योजना गरीब जनता के लिए संजीवनी है. जब से यह हो योजना शुरू हुई तब से लेकर अबतक द्वारा 280 मरीजों का इलाज किया जा चुका है. जिसका पेमेंट 20 लाख रुपए से अधिक बनता है. वहीं, उन्होंने जब सरकार के इस योजना से संबंधित अधिकारियों से अपने पेमेंट की बात की तो उन्हें नियमों का पालन ना करने का हवाला देकर उल्टा नोटिस भेज दिया गया.
डॉक्टर अभिषेक ने बताया कि नियमानुसार इस योजना का लाभ उठाने वाले रोगियों के इलाज की अनुमति उच्च अधिकारियों को प्रेषित की जाती है. यदि चार घंटे के भीतर उच्च अधिकारियों का कोई जवाब नहीं आता है तो उसे इलाज की अनुमति माना जाता है. एमओयू के अनुसार उस रोगी के इलाज का पेमेंट 15 दिनों के भीतर अस्पताल को दिया जाना चाहिए. बावजूद इसके सरकार अस्पताल को भुगतान नहीं कर रही है. लिहाजा, अस्पताल इस योजना पर आगे काम करने को तैयार नहीं है.