हल्द्वानी: निजी अस्पताल में 7 महीने की गर्भवती महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई, जिसके बाद आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ कर दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने आक्रोशित परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया. परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर इलाज के दौरान लापरवाही बरतने का आरोप लगाए हैं. पूरे मामले में पुलिस जांच में जुटी हुई है.
परिजनों ने बताया कि उजाला नगर की रहने वाली है आसफा 7 महीने की गर्भवती थी. सर्दी जुकाम बुखार की शिकायत पर परिजनों ने उसको 14 दिन पहले नीलकंठ अस्पताल में भर्ती कराया था. डॉक्टरों ने सात दिन अस्पताल में रखने के बाद परिजनों से कहा कि हालत गंभीर है. कहीं और अस्पताल में ले जाएं, जिसके बाद कहीं अन्य अस्पतालों में जगह नहीं मिलने के बाद डॉक्टर से इलाज करने की गुहार लगाई. लेकिन 14 दिन बाद आज उसकी मौत हो गई.
गर्भवती के मौत के बाद आक्रोशित परिवार वालों ने अस्पताल में तोड़फोड़ कर दी. सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह से परिजनों को समझा-बुझाकर वापस घर भेजा. वहीं पूरे मामले में पुलिस जांच में जुटी हुई है. एसएसपी का कहना है कि जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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वहीं, अस्पताल मालिक डॉक्टर गौरव सिंघल का कहना था कि महिला की हालत काफी खराब थी. आईसीयू में भर्ती किया गया था, परिजनों से अन्य अस्पताल में ले जाने की बात कही गई थी. लेकिन परिजन उसको अन्य अस्पताल में नहीं ले गए.