रामनगर: मानदेय बढ़ाने को लेकर प्रगतिशील भोजन माता संगठन के कार्यकर्ताओं ने तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन किया. साथ ही उपजिलाधिकारी विजयनाथ शुक्ल का घेराव करते हुए श्रम सचिव को ज्ञापन भेजा.
बता दें कि शुक्रवार को तहसील परिसर में भोजन माता संगठन के द्वारा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. भोजन माताओं ने उपजिलाधिकारी को ज्ञापन देते हुए कहा कि भोजन माता स्कूलों में खाना बनाने के अलावा बर्तनों की साफ-सफाई, फुलवारी की देखरेख, कमरों और मैदानों की सफाई, स्कूल के कई कार्य करती हैं.
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वहीं, पिछले दिनों कोविड-19 के चलते उत्तराखंड में 500 से ज्यादा भोजन माताओं ने कोरोना संकट में क्वारंटीन सेंटरों में कार्य किया था. लेकिन उनके साथ सौतेला व्यवहार किया गया. प्रशासन द्वारा उनको सम्मानित नहीं तक किया गया ना ही उन्हें किसी तरह से पुरस्कृत किया गया.
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भोजन माता संगठन नगर अध्यक्ष शीला शर्मा ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि जिस तरह भोजन माता मेहनत और लगन से कार्य करती हैं, उनको उस हिसाब से वेतन नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जनवरी 2020 में संगठन द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया था, जिसमें श्रम सचिव ने आश्वस्त किया था कि उनका मानदेय 5000 रुपए कर दिया जाएगा. लेकिन आश्वासन के बाद भी उन्हें 2000 रुपए मानदेय दिया जा रहा है.