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आज ही के दिन पूनम की हुई थी बेरहमी से हत्या, सालभर से इंसाफ की आस में परिवार

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Published : Aug 28, 2019, 11:55 AM IST

Updated : Aug 28, 2019, 12:17 PM IST

गोरापड़ाव में रहने वाले ट्रांसपोर्टर लक्ष्मीदत्त पांडे के घर 28 अगस्त 2018 की रात बदमाशों ने बेरहमी से घर की मालकिन पूनम पांडे को मौत के घाट उतार दिया था, जबकि उनकी बेटी अर्शी पांडे को अधमरा कर दिया था. एक साल बाद भी पुलिस मामले का खुलासा नहीं कर सकी है.

पूनम हत्याकांड

हल्द्वानीः शहर के गोरापड़ाव क्षेत्र के चर्चित 42 वर्षीय पूनम हत्याकांड को आज एक साल पूरा हो गया है, लेकिन पुलिस एक साल बाद भी हत्यारों तक नहीं पहुंच पाई है, जबकि मृतक के परिजनों को न्याय का इंतजार है. इस हत्याकांड ने हल्द्वानी समेत पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया था. वहीं पूरी घटना में पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.

दरअसल गोरापड़ाव क्षेत्र के रहने वाले ट्रांसपोर्टर लक्ष्मीदत्त पांडे के घर 28 अगस्त 2018 की रात बदमाशों ने तांडव मचाते हुए बेरहमी से घर की मालकिन पूनम पांडे को मौत के घाट उतार दिया था जबकि उनकी बेटी अर्शी पांडे को अधमरा कर छोड़ दिया था और उनके पालतू कुत्ते को भी मौत के घाट उतारा गया था. उस समय यह हत्याकांड पुलिस के लिए चुनौती बन गया था.

जिसके बाद पुलिस ने लगभग 30 टीमें गठित कर हत्याकांड का खुलासा करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस के हाथ कुछ भी नहीं लगा था. इस हत्याकांड के खुलासे के लिए पुलिस एक साल से काम कर रही है लेकिन पुलिस के हाथ खाली हैं. इस मामले में पुलिस ने करीब एक लाख से अधिक मोबाइल नंबरों की छानबीन की. वहीं करीब 100 संदिग्ध नंबरों को सर्विलांस पर लगाकर जानकारी जुटाई.

पूनम हत्याकांडः एक साल के बाद भी पुलिस के खाली हाथ.

साथ ही पुलिस ने 30 टीमें भी गठित कर 75 से अधिक सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले. जबकि 100 से अधिक युवक और युवतियों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की, लेकिन पुलिस किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंची. जिसके बाद हाई कोर्ट ने मामले को संज्ञान में लेते हुए एसआईटी टीम गठित कर जल्द मामला सुलझाने के निर्देश दिए, फिर भी पुलिस भी पुलिस फेल साबित हुई.

यह भी पढ़ेंः हैदराबादः विमान के कॉकपिट में धुआं, 155 यात्रियों की अटक गई थी सांसें

इस हत्याकांड के खुलासे को लेकर पुलिस पर खासा दबाव भी देखा गया. जिसके बाद पुलिस ने न्यायालय की अनुमति के बाद पूनम पांडे के परिवार, उनके करीबियों और आधा दर्जन लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट भी कराया लेकिन उससे भी पुलिस के हाथ कोई भी सुराग नहीं लगा.

पूनम पांडे की हत्या को एक साल हो चुके हैं लेकिन पूनम पांडे के परिजनों को अभी तक न्याय नहीं मिल पाया है. पूनम पांडे के हत्यारे खुलेआम घूम रहे हैं. वहीं इस संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा का कहना है कि पुलिस अभी भी इस मामले में लगातार काम कर रही है. मामले का जल्द खुलासा कर दिया जाएगा.

हल्द्वानीः शहर के गोरापड़ाव क्षेत्र के चर्चित 42 वर्षीय पूनम हत्याकांड को आज एक साल पूरा हो गया है, लेकिन पुलिस एक साल बाद भी हत्यारों तक नहीं पहुंच पाई है, जबकि मृतक के परिजनों को न्याय का इंतजार है. इस हत्याकांड ने हल्द्वानी समेत पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया था. वहीं पूरी घटना में पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.

दरअसल गोरापड़ाव क्षेत्र के रहने वाले ट्रांसपोर्टर लक्ष्मीदत्त पांडे के घर 28 अगस्त 2018 की रात बदमाशों ने तांडव मचाते हुए बेरहमी से घर की मालकिन पूनम पांडे को मौत के घाट उतार दिया था जबकि उनकी बेटी अर्शी पांडे को अधमरा कर छोड़ दिया था और उनके पालतू कुत्ते को भी मौत के घाट उतारा गया था. उस समय यह हत्याकांड पुलिस के लिए चुनौती बन गया था.

जिसके बाद पुलिस ने लगभग 30 टीमें गठित कर हत्याकांड का खुलासा करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस के हाथ कुछ भी नहीं लगा था. इस हत्याकांड के खुलासे के लिए पुलिस एक साल से काम कर रही है लेकिन पुलिस के हाथ खाली हैं. इस मामले में पुलिस ने करीब एक लाख से अधिक मोबाइल नंबरों की छानबीन की. वहीं करीब 100 संदिग्ध नंबरों को सर्विलांस पर लगाकर जानकारी जुटाई.

पूनम हत्याकांडः एक साल के बाद भी पुलिस के खाली हाथ.

साथ ही पुलिस ने 30 टीमें भी गठित कर 75 से अधिक सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले. जबकि 100 से अधिक युवक और युवतियों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की, लेकिन पुलिस किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंची. जिसके बाद हाई कोर्ट ने मामले को संज्ञान में लेते हुए एसआईटी टीम गठित कर जल्द मामला सुलझाने के निर्देश दिए, फिर भी पुलिस भी पुलिस फेल साबित हुई.

यह भी पढ़ेंः हैदराबादः विमान के कॉकपिट में धुआं, 155 यात्रियों की अटक गई थी सांसें

इस हत्याकांड के खुलासे को लेकर पुलिस पर खासा दबाव भी देखा गया. जिसके बाद पुलिस ने न्यायालय की अनुमति के बाद पूनम पांडे के परिवार, उनके करीबियों और आधा दर्जन लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट भी कराया लेकिन उससे भी पुलिस के हाथ कोई भी सुराग नहीं लगा.

पूनम पांडे की हत्या को एक साल हो चुके हैं लेकिन पूनम पांडे के परिजनों को अभी तक न्याय नहीं मिल पाया है. पूनम पांडे के हत्यारे खुलेआम घूम रहे हैं. वहीं इस संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा का कहना है कि पुलिस अभी भी इस मामले में लगातार काम कर रही है. मामले का जल्द खुलासा कर दिया जाएगा.

Intro:sammry- बहुत चर्चित पूनम हत्याकांड के एक साल पुलिस नहीं कर पाई एक साल बाद भी मामले का खुलासा।( इस खबर में विजुअल मेल से उठाएं जबकि बाइट मोजो से)

एंकर- हल्द्वानी के गोरापड़ाव क्षेत्र के चर्चित 42 वर्षीय पूनम हत्याकांड के आज एक साल पूरा हो गया है। लेकिन पुलिस एक साल बाद भी इस मामले की खुलासा तक नहीं कर पाई है ऐसे में लगता है कि मृतक पूनम पांडे को हल्द्वानी पुलिस से न्याय नहीं मिलने की उम्मीद है। यही नहीं 1 साल बाद पूनम पांडे के हत्यारों तक पुलिस को नहीं पहुंचना पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़ा कर दिया है।




Body:दरअसल गोरापड़ाव क्षेत्र के रहने वाले ट्रांसपोर्ट लक्ष्मी दत्त पांडे के घर 28 अगस्त 2018 की रात बदमाशों ने तांडव मचाते हुए बेरहमी से घर की मालकिन पूनम पांडे को मौत के घाट उतार दिया था जबकि उनकी बेटी अर्शी पांडे को अधमरा कर छोड़ दिया था और उनके पालतू कुत्ते को भी मौत के घाट उतारा गया था उस समय हत्याकांड पुलिस के लिए चुनौती बन गया था। जिसके लिए पुलिस ने लगभग 30 टीमें गठित कर हत्याकांड का खुलासा की कोशिश की लेकिन पुलिस के हाथ कुछ भी नहीं लगा था।
इस हत्याकांड के खुलासे के लिए पुलिस एक साल से काम कर रही हैं लेकिन एक साल बाद भी पुलिस के हाथ खाली है। इस हत्याकांड के खुलासे के लिए पुलिस ने करीब एक लाख से अधिक मोबाइल नंबरों की छानबीन के साथ करीब 100 संदिग्ध नंबरों को सर्विलांस पर लगाकर जानकारी जुटाने चाहिए खुलासे के लिए पुलिस ने 30 टीमें भी गठित की 75 से अधिक सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जबकि 100 से अधिक युवक और युवतियों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की लेकिन पुलिस किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंची।
जिसके बाद हाईकोर्ट ने मामले को संज्ञान में लेते हुए एसआईटी टीम की भी गठित कर जल्द से मामले को खुलासा करने के निर्देश भी दिए लेकिन पुलिस इस मामले में पूरी तरह से फेल साबित हुई।

इस हत्याकांड के खुलासे को लेकर पुलिस पुल पर खासा दबाव भी देखा गया जिसके बाद पुलिस ने न्यायालय केअनुमति के बाद पूनम पांडे के परिवार और उसके करीबियों आधा दर्जन लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट भी कराया लेकिन उससे भी पुलिस के हाथ कुछ भी सुराग नहीं लगे।

आज पूनम पांडे की हत्या को 1 साल हो चुके हैं लेकिन पूनम पांडे को अभी तक न्याय नहीं मिल पाया है पूनम पांडे के हत्यारे खुलेआम घूम रहे हैं। 1 साल बाद भी पुलिस इस हत्याकांड का खुलासा नहीं कर पाई है ऐसे में पुलिस के कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।




Conclusion:वही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा का कहना है कि पुलिस अभी भी इस मामले में लगातार काम कर रही है इस हत्याकांड के खुलासे के लिए पुलिस की गठित टीम अभी भी काम कर रही है मामले का जल्द खुलासा कर दिया जाएगा।

बाइट -सुनील कुमार मीणा एसएसपी नैनीताल
Last Updated : Aug 28, 2019, 12:17 PM IST
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